आरोन फिंच के घुटने की हुई सर्जरी, टी-20 विश्व कप से पहले फिट हो पाना मुश्किल
ऑस्ट्रेलिया के लिमिटेड ओवर्स टीम के कप्तान आरोन फिंच के घुटने का ऑपरेशन सफल रहा है। फिंच ने वेस्टइंडीज से लौटने के बाद दो हफ्ते क्वारंटाइन में बिताए थे और क्वारंटाइन से बाहर निकलते ही उन्होंने अपनी सर्जरी कराई है। अब फिंच को अपनी रिकवरी पर काम करना होगा और उनका लक्ष्य टी-20 विश्व कप तक पूरी तरह फिट होने पर रहेगा। आइए जानते हैं क्या है पूरी खबर।
10 हफ्ते तक चलेगा फिंच का रिहैब
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक फिंच की सर्जरी सफल रही है और अब उनके रिहैब में 10 सप्ताह का समय लगने वाला है। पूरे 10 सप्ताह का मतलब होगा कि फिंच का रिहैब 21 अक्टूबर तक चलेगा। 17 अक्टूबर से शुरु हो रहे टी-20 विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया का अभियान 24 अक्टूबर से शुरु हो सकता है। ऐसे में फिंच का इसमें हिस्सा ले पाना फिलहाल कठिन लग रहा है।
वेस्टइंडीज दौरे पर फिंच को लगी थी चोट
फिंच को जुलाई में वेस्टइंडीज के दौरे पर ही चोट लगी थी, लेकिन उन्होंने टी-20 सीरीज में टीम में लीड किया था। ऑस्ट्रेलिया ने वह सीरीज 4-1 से गंवाई थी। इसके बाद वह वनडे सीरीज से बाहर हो गए थे और एलेक्स केरी ने टीम की अगुवाई की थी। ऑस्ट्रेलियाई टीम के बांग्लादेश दौरे पर जाने से पहले फिंच लंदन होते हुए ऑस्ट्रेलिया लौटे थे। इसी कारण उन्हें दो हफ्ते क्वारंटाइन रहना पड़ा था।
इंग्लैंड और वेस्टइंडीज जैसी टीमों के ग्रुप में है ऑस्ट्रेलिया
टी-20 विश्व कप के सुपर-12 में ऑस्ट्रेलिया के ग्रुप में इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज जैसी टीमें हैं। दो अन्य टीमें भी क्वालीफायर्स खेलने के बाद इस ग्रुप का हिस्सा बनेंगी। ऑस्ट्रेलिया अपने ग्रुप की सभी टीमों के खिलाफ एक-एक मैच खेलेगी। इसी प्रकार एक अन्य ग्रुप भी बनाया जाएगा। दोनों ग्रुपों की टॉप-2 टीमों को सीधे सेमीफाइनल में जाने का मौका मिलेगा। दूसरे ग्रुप में भारत और पाकिस्तान जैसी टीमें होंगी।
लगातार पांच टी-20 सीरीज गंवा चुकी है ऑस्ट्रेलिया
पिछले एक साल में ऑस्ट्रेलिया टी-20 फॉर्मेट में पांच द्विपक्षीय सीरीज गंवा चुका है। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 1-2, भारत के खिलाफ 1-2, न्यूजीलैंड के खिलाफ 2-3, वेस्टइंडीज के खिलाफ 1-4 और हाल ही में बांग्लादेश के खिलाफ 4-1 से हार झेली है। अगस्त 2020 से खेले 21 में से केवल छह मैचों में ही उन्हें जीत मिली है। गौरतलब है कि इस दौरान ऑस्ट्रेलिया के कई टॉप खिलाड़ी टीम से दूर रहे हैं।