2015 में ऑस्ट्रेलिया के साथ बने थे विश्व विजेता, अब कर रहे हैं बढ़ई का काम
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद क्रिकेटर्स अलग-अलग क्षेत्रों में अपना करियर बनाते हैं। अभिनय और कोचिंग में अपना करियर बनाने के अलावा कुछ क्रिकेटर्स लाइमलाइट से दूर रहना भी पसंद करते हैं। 2015 में ऑस्ट्रेलिया के साथ क्रिकेट विश्व कप जीतने वाले स्पिनर जेवियर डोहर्टी ने भी कुछ ऐसा किया है। क्रिकेट छोड़ने के बाद से डोहर्टी अब बढ़ई का काम कर रहे हैं। लकड़ी से घर बनाते हुए उनका एक वीडियो भी सामने आया है।
पूरा हो चुका है अप्रेंटिस का तीन हिस्सा- डोहर्टी
ऑस्ट्रेलियन क्रिकेटर्स एसोसिएशन ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें डोहर्टी बता रहे हैं कि कैसे उन्होंने क्रिकेट के बाद इस प्रोफेशन को अपनाया है। डोहर्टी ने कहा, "फिलहाल मैं बढ़ईगिरी के अपने काम के अप्रेंटिस का तीन हिस्सा पूरा कर चुका हूं। बिल्डिंग साइट्स पर यही मेरा काम है और मैं इसका लुत्फ ले रहा हूं। घर से बाहर रहकर मैं अपने हाथों से काम करता हूं और नई चीजें सीखता हूं।"
2015 में विश्व विजेता टीम का हिस्सा थे डोहर्टी
ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में खेले गए 2015 विश्व कप में डोहर्टी ऑस्ट्रेलियाई टीम का हिस्सा रहे थे। हालांकि, उन्हें पूरे टूर्नामेंट में केवल एक ही मैच खेलने का मौका मिला था। श्रीलंका के खिलाफ खेले मुकाबले में डोहर्टी ने सात ओवर्स में बिना कोई विकेट हासिल किए 60 रन खर्च किए थे। ऑस्ट्रेलिया ने टूर्नामेंट में जीत हासिल की थी और डोहर्टी विश्व विजेता टीम का हिस्सा बने थे।
डोहर्टी ने की ACA की तारीफ
डोहर्टी ने ACA की तारीफ की और बताया कि यह करियर अपनाने में उनकी किस तरह से मदद की गई है। उन्होंने कहा, "प्लेयर डेवलेपमेंट मैनेजर्स आपको रास्ता दिखाने के लिए ही होते हैं। इसके बाद आपको एजूकेशन ग्रांट मिलता है जिससे कि मेरे जीवन के अगले पड़ाव में आने वाले आर्थिक खर्चे का भी कुछ हिस्सा कवर करके मुझे राहत दी जा सके। अप्रेंटिस के खर्चे में भी सहयोग मिला।"
ऐसा रहा है डोहर्टी का करियर
38 साल के डोहर्टी ने 2017 में ही क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए चार टेस्ट, 60 वनडे और 11 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। डोहर्टी ने सात टेस्ट, 55 वनडे और 10 टी-20 विकेट हासिल किए हैं। उन्होंने 176 लिस्ट-ए और 71 फर्स्ट-क्लास मैच खेले हैं। लिस्ट-ए में उन्होंने 190 विकेट लिए हैं। फर्स्ट-क्लास में उनके नाम 163 विकेट दर्ज हैं। 2010 में उन्होंने अपना डेब्यू किया था।