टी-20 विश्व कप में इंग्लैंड का कैसा रहा है प्रदर्शन? आंकड़ों में जानिए
इंग्लैंड क्रिकेट टीम आगामी टी-20 विश्व कप 2022 में अपने अभियान की शुरुआत 22 अक्टूबर को अफगानिस्तान के खिलाफ मैच से करेगी। जोस बटलर की कप्तानी में इंग्लिश टीम इस बार काफी मजबूत नजर आ रही है। इंग्लैंड का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2010 के संस्करण में आया था, जब टीम ने खिताबी जीत दर्ज की थी। 2016 में टीम उपविजेता रही थी। आइये विश्व कप में इंग्लैंड के प्रदर्शन को आंकड़ों के जरिए जानते हैं।
पहले संस्करण में केवल एक मैच जीत पाई इंग्लैंड
दक्षिण अफ्रीका में आयोजित हुए टी-20 विश्व कप के पहले संस्करण (2007) में इंग्लैंड ने अपने प्रदर्शन से काफी निराश किया था। पॉल कॉलिंगवुड की कप्तानी वाली टीम सुपर-8 में भी जगह नहीं बना सकी थी। पहले मैच में जिम्बाब्वे जैसी कमजोरी टीम के लिए खिलाफ टीम ने टूर्नामेंट की एकमात्र जीत दर्ज की। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड और भारत के खिलाफ खेले अगले चारों मैचों में टीम को हार का सामना करना पड़ा था।
घर में नीदरलैंड के हाथों उलटफेर का शिकार हुआ इंग्लैंड
इंग्लैंड की धरती पर आयोजित हुए दूसरे टी-20 विश्व कप (2009) में टीम का प्रदर्शन औसत ही रहा। इस बार भी कॉलिंगवुड की कप्तानी में टीम पांच में से दो मुकाबले ही जीत सकी। पहले मैच में नीदरलैंड के हाथों हारकर टीम उलटफेर का शिकार हो गई थी। इसके अलावा टीम को दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज के खिलाफ भी हार का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड ने पाकिस्तान और भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाफ मुकाबलों में जीत दर्ज की थी।
इंग्लैंड ने पहली बार जीता क्रिकेट विश्व कप
वेस्टइंडीज में आयोजित हुए टी-20 विश्व कप 2010 में इंग्लैंड ने पहली बार इतिहास रचते हुए ट्रॉफी जीती। कॉलिंगवुड की कप्तानी में टीम को पहले मैच में वेस्टइंडीज के हाथों हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद इंग्लैंड ने ऐसी अजेय रफ्तार पकड़ी जो खिताबी जीत पर जाकर खत्म हुई। फाइनल में इंग्लैंड (148/3) ने ऑस्ट्रेलिया (147/6) को सात विकेट से हराकर खिताब जीता। क्रेग किसवेटर (63) और केविन पीटरसन (47) की पारियों की बदौलत खिताबी जीत हासिल की थी।
न्यूजबाइट्स प्लस
टी-20 विश्व कप (2007-2021) में इंग्लैंड ने 38 मैचों में से 19 में जीत दर्ज की है और 18 में उसे हार का सामना करना पड़ा, एक मैच बेनजीता रहा। इस दौरान टीम का उच्चतम स्कोर 230 और न्यूनतम स्कोर 80 रनों का रहा।
एक बार फिर फिसड्डी साबित हुई इंग्लैंड
2012 में श्रीलंका में आयोजित हुए टी-20 विश्व कप के चौथे संस्करण में टीम एक बार फिर फिसड्डी साबित हुई। स्टुअर्ट ब्रॉड की कप्तानी में इस बार टीम सुपर-8 तक तो पहुंची, लेकिन सिर्फ दो ही मैच जीत पाई। पहले मैच में अफगानिस्तान को हराने के बाद टीम ने न्यूजीलैंड को हराया। वहीं टीम को भारत, वेस्टइंडीज और श्रीलंका (विजेता टीम) के हाथों हार का सामना करना पड़ा।
फिर ब्रॉड पर जताया भरोसा, लेकिन नहीं बदले टीम के हालात
बांग्लादेश में आयोजित हुए टी-20 विश्व कप 2014 में इंग्लैंड की कमान एक बार फिर ब्रॉड के हाथ में आ गई, हालांकि इससे टीम के प्रदर्शन में कोई असर नहीं पड़ा। पहले मैच में ही न्यूजीलैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद इंग्लैंड ने श्रीलंका को हराया। अपने तीसरे मैच में टीम को दक्षिण अफ्रीका से हार मिली। इसके बाद फिर उलटफेर हुआ और टीम नीदरलैंड से मैच हार गई।
मोर्गन की कप्तानी में दूसरी बार फाइनल में पहुंचा इंग्लैंड
भारत में आयोजित हुए छठे संस्करण (2016) में इयोन मोर्गन की कप्तानी में इंग्लैंड ने अच्छा खेल दिखाया। इस बार टीम दूसरी बार फाइनल में पहुंची, हालांकि उसे वेस्टइंडीज के हाथों हार का सामना करना पड़ा। इस टी-20 विश्व कप में इंग्लैंड ने केवल दो मैच (पहला और फाइनल) हारे, और दोनों ही मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ थे। टीम भले ही खिताब जीतने से चूक गई, लेकिन उन्होंने इसकी भरपाई तीन साल बाद वनडे विश्व कप 2019 जीतकर की।
तीसरी बार विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचा इंग्लैंड
दुबई और ओमान में आयोजित हुए टी-20 विश्व कप 2021 में इंग्लैंड ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ी और सेमीफाइनल तक का सफर तय किया। मोर्गन की कप्तानी में टीम ने शुरुआती पांच में से चार मैच जीतकर सेमीफाइनल में जगह बनाई। सेमीफाइनल में इंग्लैंड (166/4) को न्यूजीलैंड (167/5) के हाथों पांच विकेट से हार का सामना करना पड़ा। मोईन अली (51*) और डेविड मलान (41) की पारियों के बावजूद टीम को हार मिली थी।
इंग्लैंड के इन खिलाड़ियों ने किया है विश्व कप में कमाल
केविन पीटरसन टी-20 विश्व कप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले इंग्लिश बल्लेबाज हैं। उन्होंने इस टूर्नामेंट में 15 मैचों में 44.61 की औसत और 144.58 की स्ट्राइक रेट से 580 रन बनाए हैं। वहीं वर्तमान कप्तान जोस बटलर (574) और मोर्गन (552) इस सूची में अन्य इंग्लिश बल्लेबाज हैं। स्टुअर्ट ब्रोड विश्व कप में सर्वाधिक विकेट वाले इंग्लिश गेंदबाज हैं। उन्होंने 26 मैचों में 30 विकेट लिए हैं। वहीं ग्रीम स्वान (22) और आदिल रशीद (17) अन्य गेंदबाज हैं।