ग्लोबल टी-20 लीग्स में IPL फ्रेंचाइजी मालिकों का दबदबा खतरनाक- एडम गिलक्रिस्ट
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) और इसकी फ्रेंचाइजियों की बादशाहत टी-20 लीग की दुनिया में लगातार बढ़ रही है। IPL फ्रेंचाइजियां अब विश्वभर में टी-20 लीग्स की टीमें खरीद रही हैं और अपना वर्चस्व बढ़ा रही है। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट ने फ्रेंचाइजियों के इस दबदबे को टी-20 लीग्स के लिए बड़ा खतरा बताया है। गिलक्रिस्ट के मुताबिक IPL फ्रेंचाइजियां टी-20 लीग्स पर एकाधिकार जमाने की ओर हैं।
क्यों दिया गिलक्रिस्ट ने ये बयान?
UAE में यूनाइटेड अरब एमिरेट्स टी-20 लीग की शुरुआत हो रही है और इसमें तीन IPL फ्रेंचाइजियों ने टीमें खरीदी हैं। मुंबई इंडियंस, कोलकाता नाइट राइडर्स और दिल्ली कैपिटल्स ने इस लीग में निवेश किया है। हाल ही में कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि डेविड वार्नर बिग बैश लीग (BBL) छोड़कर UAE की इस लीग में खेल सकते हैं। इन्हीं रिपोर्ट्स के बाद गिलक्रिस्ट ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
दिखने लगा है IPL फ्रेंचाइजियों का दबदबा- गिलक्रिस्ट
एडम गिलक्रिस्ट ने कहा कि कोई भी वॉर्नर को BBL में खेलने के लिए बाध्य नहीं कर सकता है, लेकिन इन चीजों को इस तरह अनदेखा भी नहीं किया जा सकता है। उन्होंने आगे कहा, "केवल वॉर्नर ही नहीं बल्कि अन्य खिलाड़ी भी रडार पर होंगे। IPL फ्रेंचाइजियां हर जगह टीमें खरीद रही हैं और अब उनका दबदबा दिखाई देने लगा है। ये लोग अब स्वामित्व पर एकाधिकार जमा रहे हैं और खिलाड़ी कहां खेलेंगे यह तय कर रहे हैं।"
कई देशों की टी-20 लीग्स में है IPL फ्रेंचाइजियों की टीमें
IPL फ्रेंचाइजियां लंबे समय से इस बिजनेस में हैं और उन्होंने अपना बिजनेस बढ़ाना शुरु कर दिया है। सबसे पहले कैरेबियन प्रीमियर लीग (CPL) में निवेश देखने को मिला था जब KKR ग्रुप ने एक टीम खरीदी थी। UAE में निवेश के बाद अब दक्षिण अफ्रीका में शुरु होने जा रही नई टी-20 लीग में भी IPL फ्रेंचाइजियों का दबदबा देखने को मिला है। दक्षिण अफ्रीका की लीग की सभी छह टीमें IPL फ्रेंचाइजी मालिकों के खाते में आई हैं।
दुनिया की दूसरी सबसे महंगी खेल लीग बनी है IPL
हाल ही में IPL के अगले पांच सालों के मीडिया अधिकार लगभग 50 हजार करोड़ रुपये में बिके हैं। इस बार बोर्ड ने टीवी और डिजिटल के अधिकार अलग-अलग बेचे हैं। टीवी अधिकार 23,575 करोड़ रुपये में स्टार इंडिया ने तो वहीं वायकॉम-18 ने डिजिटल अधिकारों को 23,758 करोड़ रुपये में हासिल किया है। एक मैच के लिए BCCI को लगभग 108 करोड़ रुपये मिलेंगे और यह दुनिया की दूसरी सबसे महंगी लीग हो गई है।