बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी, पहला टेस्ट: पर्थ में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज
भारतीय क्रिकेट टीम और ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का आगाज 22 नवंबर से होने जा रहा है। सीरीज का पहला टेस्ट मैच पर्थ की तेज पिच पर खेला जाएगा। जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, पैट कमिंस और मिचेल स्टार्क जैसे तेज गेंदबाज यह मुकाबला खेलते हुए नजर आ सकते हैं। ऐसे में आइए उन भारतीय गेंदबाजों के बारे में जानते हैं, जिन्होंने पर्थ में सबसे ज्यादा विकेट लिए हैं।
बिशन सिंह बेदी (10 विकेट)
सूची में पहले स्थान पर भारत के पूर्व दिग्गज बिशन सिंह बेदी हैं। उन्होंने साल 1977 में इस मैदान पर 1 टेस्ट मैच खेला था और 10 विकेट लिए थे। उन्होंने पहली पारी में 31 ओवर गेंदबाजी की थी और 6 मेडन ओवर के साथ 89 रन देकर 5 विकेट लिए थे। दूसरी पारी में उन्होंने 30.2 ओवर गेंदबाजी की थी और 105 रन देकर 5 विकेट झटके थे। इसके बावजूद भारत यह मैच 2 विकेट से हार गया था।
मनोज प्रभाकर और आरपी सिंह (6-6 विकेट)
इस सूची में दूसरे स्थान पर संयुक्त रूप से भारत के 2 पूर्व तेज गेंदबाज मनोज प्रभाकर और आरपी सिंह हैं। मनोज ने इस मैदान पर साल 1992 में 1 टेस्ट मैच खेला था और दोनों पारियों को मिलाकर 6 विकेट लिए थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/101 का रहा था। आरपी ने साल 2008 में इस मैदान पर 1 टेस्ट मैच में 6 विकेट झटके थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 4/68 का रहा था।
इरफान पठान और उमेश यादव (5-5 विकेट)
साल 2008 में इरफान पठान ने यहां 1 टेस्ट मैच खेला था। इसकी 2 पारियों में 23.40 की औसत से 5 विकेट लिए थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/54 का रहा था। उमेश यादव ने 2012 में 1 टेस्ट में 5 विकेट लिए थे। कंगारू टीम की पहली पारी में उन्होंने 17 ओवर गेंदबाजी की थी और 2 मेडन ओवर के साथ 93 रन देकर ये विकेट लिए थे। ऑस्ट्रेलिया को मैच में पारी और 37 रन से जीत मिली थी।
कपिल देव, ईशांत शर्मा, अनिल कुंबल और जवागल श्रीनाथ (4-4 विकेट)
कपिल देव, अनिल कुंबले, इशांत शर्मा और जवागल श्रीनाथ ने इस मैदान पर भारत के लिए खेलते हुए 4-4 विकेट अपने नाम किए हैं। ये सभी खिलाड़ी इस सूची में संयुक्त रूप से चौथे स्थान पर हैं। ईशांत को छोड़कर सभी गेंदबाजों ने ये विकेट 1-1 टेस्ट मैच खेलकर लिए हैं। ईशांत ने यहां 2 टेस्ट मैच साल 2008 और 2012 में खेले हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2/34 का रहा था।