
2022 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप: इवेंट से जुड़ी अहम बातें जिन्हें आप जरूर जानना चाहेंगे
क्या है खबर?
2022 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप की शुरुआत 15 जुलाई (शुक्रवार) से हो रही है। इवेंट के 18वें संस्करण का आयोजन अमेरिका में हो रहा है। 10 दिन के इस इवेंट में लगभग 2,000 एथलीट्स हिस्सा लेने वाले हैं।
भारत ने इस इवेंट के लिए 22 सदस्यीय दल भेजा है। 2020 टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा भारतीय दल की अगुवाई करेंगे।
आइए जानते हैं इस इवेंट से जुड़ी कुछ अहम बातें।
टीम
ऐसी है पुरुष एथलेटिक्स टीम
अविनाश सेबल (3000 मीटर स्टीपलचेज), एमपी जाबिर (400 मीटर हर्डल) और तजिंदरपाल सिंह तूर (शॉटपुट)।
एम श्रीशंकर, मुहम्मद अनीस याहिया और जेस्विन एल्ड्रिन (लॉन्ग जंप)।
अब्दुल्लाह अबूबकर, प्रवीण चित्रावेल और एल्डहाउस पॉल (ट्रिपल जंप)।
नीरज चोपड़ा और रोहित यादव (जैवलिन थ्रो)।
संदीप कुमार (20 किलोमीटर रेस), मुहम्मद अनस, नोह निर्मल टॉम, मुहम्मद अजमल, नागानाथन पंडी और राजेश रमेश (4x400 मीटर रिले)।
पुरुष खिलाड़ी
इन पुरुष खिलाड़ियों पर रहेंगी निगाहें
नीरज ने हाल ही में 89.94 मीटर के मार्क को छूकर नया नेशनल रिकॉर्ड बनाया था। श्रीशंकर लॉन्ग और ट्रिपल जंप में टीम की अगुवाई करेंगे।
23 वर्षीय एथलीट का 8.36 मीटर का आंकड़ा संयुक्त रूप से सीजन का दूसरा बेस्ट आंकड़ा है। उन्होंने टोक्यो में विजेता रहने वाले मिल्टिआडिस टेंटोग्लू की बराबरी की है।
अविनाश सेबल ने दो बार 3000 मीटर में नेशनल रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने मोरक्को में 8:12.48 के समय के साथ पांचवां स्थान हासिल किया था।
निगाहें
इन महिला खिलाड़ियों पर रहेंगी निगाहें
जैवलिन थ्रो करने वाली अन्नू रानी ने मई में 63.82 मीटर की दूरी तय की थी जो महिला वर्ग में आठवां बेस्ट प्रदर्शन है। ऐश्वर्या मिश्रा ने फेडरेशन कप में 400 मीटर की रेस पूरी करने के लिए 51.18 सेकेंड का समय लिया था।
प्रियंका गोस्वामी वर्ल्ड चैंपियनशिप में रेस वॉकिंग के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला हैं। उन्होंने 2021 में वॉकिंग चैंपियनशिप में एंट्री लेवल स्टैंडर्ड हासिल किया था।
प्रदर्शन
एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत का प्रदर्शन
भारतीय एथलीट्स 1983 से ही एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई कर रहे हैं। हालांकि, भारत अब तक इसमें केवल एक मेडल जीत पाया है जो 2003 में आया था।
लॉन्ग जंपर अंजू बॉबी जॉर्ज ने पेरिस में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया था। 2005 में भारत चौथे, 2011, 2013 और 2019 में सातवें स्थान पर रहा था। 2011, 2015 और 2019 में वे आठवें स्थान पर भी रहे थे।