मलेशिया में एक्स और यूट्यूब पर लगता सकता है प्रतिबंध, जानिए वजह
क्या है खबर?
एलन मस्क की सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स और गूगल की वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म यूट्यूब को मलेशिया में प्रतिबंधित किया जा सकता है।
ऐसा इसलिए क्योंकि इन दोनों ही प्लेटफॉर्म ने मलेशिया में सोशल मीडिया कानून के तहत संचालन के लिए लाइसेंस प्राप्त नहीं किया है।
मलेशियाई संचार और मल्टीमीडिया आयोग (MCMC) के इस कानून के अनुसार, जिन प्लेटफॉर्म्स के यूजर्स 80 लाख से अधिक हैं, उन्हें संचालन जारी रखने के लिए लाइसेंस प्राप्त करना अनिवार्य है।
विवाद
नए कानून का उद्देश्य और विवाद
मलेशिया का यह कानून ऑनलाइन घोटालों, साइबरबुलिंग और बाल शोषण जैसे मुद्दों से निपटने के लिए बनाया गया है। सरकार इसे सार्वजनिक सुरक्षा के लिए जरूरी मानती है, लेकिन इसके सख्त प्रावधान विवाद का कारण बन गए हैं।
इनमें बिना वारंट गिरफ्तारी और निजी डाटा की मांग जैसे नियम शामिल हैं। नागरिक समाज और तकनीकी कंपनियों ने इसे गोपनीयता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उल्लंघन बताया है। सरकार का कहना है कि यह कदम डिजिटल सुरक्षा के लिए जरूरी है।
अनुपालन
कुछ कंपनियों ने किया अनुपालन
एक्स और यूट्यूब लाइसेंस प्रक्रिया में पीछे हैं, लेकिन टिक-टॉक और वीचैट जैसी प्लेटफॉर्म पहले ही लाइसेंस प्राप्त कर चुकी हैं।
फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सऐप के लिए मेटा ने भी लाइसेंस प्रक्रिया शुरू कर दी है। ये कंपनियां मलेशिया में अपनी सेवाओं को बनाए रखने के लिए सक्रिय हैं।
वहीं, गूगल और एक्स की अनिच्छा इनके संचालन को जोखिम में डाल सकती है। इस बीच, लाइसेंस प्राप्त करने वाली कंपनियां सरकार के साथ सहयोग की कोशिश कर रही हैं।
सख्ती
वैश्विक स्तर पर सोशल मीडिया पर सख्ती
भारत और ऑस्ट्रेलिया जैसे देश भी अवैध कंटेंट और गलत सूचना रोकने के लिए कड़े कानून लागू कर रहे हैं।
मलेशियाई नियामक MCMC ने बताया कि एक्स ने यह दावा किया है कि वह यूजर सीमा को पूरा नहीं करता। दूसरी ओर, गूगल ने लाइसेंस प्रक्रिया पर चिंता व्यक्त की है।
दोनों प्लेटफॉर्म अगर कानून का अनुपालन नहीं करते हैं, तो उन्हें प्रतिबंध का सामना करना पड़ सकता है। इससे लाखों मलेशियाई यूजर्स इन सेवाओं से वंचित हो सकते हैं।