विंडोज 11 में एंड्रॉयड जैसा प्राइवेसी फीचर, बताएगी कौन सी ऐप इस्तेमाल कर रही है माइक-कैमरा
क्या है खबर?
सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट अपने विंडोज 11 यूजर्स को बेहतर प्राइवेसी दे रही है और ऐप्स पर भी बेहतर पारदर्शिता से जुड़े बदलाव करने का दबाव डाल रही है।
लेटेस्ट बीटा रिलीज में एक और प्राइवेसी फीचर्स को विंडोज प्लेटफॉर्म का हिस्सा बनाया गया है, जिससे यूजर्स को पता चलेगा कि कौन सी ऐप उनके डिवाइस का कैमरा या माइक इस्तेमाल कर रही है।
ऐसा फीचर iOS और एंड्रॉयड में पहले से मिल रहा है।
अपडेट
प्राइवेसी और सिक्योरिटी ऑप्शन में दिखा नया टूल
विंडोज 11 की मेन सेटिंग्स में मिलने वाले प्राइवेसी एंड सिक्योरिटी ऑप्शन में यूजर्स को नए टूल का ऐक्सेस मिलेगा।
इसके अलावा लेटेस्ट विंडोज OS यूजर्स देख पाएंगे कि कौन सी ऐप ने उनके डिवाइस के फीचर्स कब और कितनी देर के लिए इस्तेमाल किए थे।
माइक्रोसॉफ्ट के नए प्राइवेसी टूल की जानकारी कंपनी में इंटरप्राइज और OS सिक्योरिटी के वाइस प्रेसिडेंट डेव वेस्टन ने ट्विटर पर दी है।
उन्होंने नए फीचर का एक स्क्रीनशॉट भी शेयर किया है।
सुधार
मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम्स जैसे सुधार और टूल्स
साफ है कि माइक्रोसॉफ्ट की ओर से विंडोज में दिए जा रहे नए फीचर्स ऐपल और गूगल को मोबइल OS से प्रेरित हैं और यूजर्स के लिए यह अच्छा है।
बीते कुछ साल में यूजर्स अपनी प्राइवेसी को लेकर ज्यादा सतर्क और जागरूक हुए हैं।
लेटेस्ट iOS और एंड्रॉयड OS वर्जन्स में यूजर्स को उनके डाटा और ऐप्स को मिलने वाली परमिशंस पर बेहतर कंट्रोल दिया गया है।
यही बात अब विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम पर भी लागू हो रही है।
फायदा
यूजर्स खुद कर सकते हैं बेहतर फैसला
नया टूल मिलने के साथ यूजर्स खुद तय कर पाएंगे कि वे किस ऐप का इस्तेमाल जारी रखना चाहते हैं और किसका नहीं।
अगर कोई ऐप तब भी डिवाइस का कैमरा, माइक या लोकेशन ऐक्सेस कर रही है, जब जरूरी फंक्शंस देने के लिए उसे इसकी जरूरत नहीं है, तो यूजर उसे डिलीट कर सकता है।
बैकग्राउंड में माइक, कैमरा या लोकेशन ऐक्सेस करने का मतलब है कि ऐप यूजर की जानकारी के बिना उसका डाटा जुटा रही है।
इंतजार
स्टेबल वर्जन वाले यूजर्स को करना होगा इंतजार
नए प्राइवेसी फीचर को अभी केवल डिवेलपर चैनल के लिए विंडोज 11 बीटा वर्जन में रिलीज किया गया है।
टेस्टिंग पूरी होने और इसमें मौजूग बग्स फिक्स होने के बाद इसे ऑपरेटिंग सिस्टम के स्टेबल रिलीज का हिस्सा बनाया जा सकता है।
बता दें, जून, 2021 में विंडोज 11 के साथ सॉफ्टवेयर कंपनी ने नए यूजर इंटरफेस और ढेरों फीचर्स वाले वर्जन से पर्दा उठाया।
विंडोज इनसाइडर प्रोग्राम में टेस्टिंग के बाद फाइनल रिलीज अक्टूबर, 2021 में किया गया।
अपडेट
क्या आपके सिस्टम को मिला विंडोज 11 अपडेट?
लेटेस्ट विंडोज इंस्टॉल करने के लिए स्टार्ट मेन्यू में 'अपडेट्स' लिखकर विंडोज अपडेट विकल्प पर क्लिक करना होगा।
यहां विंडोज 11 अपडेट डाउनलोड करने का विकल्प मिल जाएगा और ऐसा ना हो तो 'चेक फॉर अपडेट्स' पर क्लिक करना होगा।
एक बार अपडेट डाउनलोड होने के बाद यह अपने आप बैकग्राउंड में इंस्टॉल हो जाएगा।
रीस्टार्ट करने के बाद सिस्टम विंडोज 11 में बूट होगा और विंडोज 10 की सेटिंग्स टेकओवर हो जाएंगी।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
आप विंडोज इनसाइडर प्रोग्राम का हिस्सा बन सकते हैं। इसके बाद नए ऑपरेटिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर्स के अपडेट और फीचर्स आपको बाकियों से पहले मिलेंगे। विंडोज इनसाइडर प्रोग्राम का मकसद अर्ली OS बिल्ड्स, सॉफ्टवेयर्स और फीचर्स को टेस्ट करना होता है।