
अब तक सौरमंडल के किन-किन ग्रहों पर पहुंच चुकी हैं मानव निर्मित वस्तुएं?
क्या है खबर?
पृथ्वी के बाहर सौरमंडल में जीवन ढूंढ़ने के लिए इंसान अब तक कई अंतरिक्ष मिशन भेज चुका है।
अलग-अलग देशों की अंतरिक्ष एजेंसियां दूसरे ग्रहों और उनके चंद्रमाओं पर रोबोट, यान और उपकरण भेजकर यह जानने की कोशिश कर रही हैं कि कहीं और जीवन संभव है या नहीं।
कई मिशन सीधे किसी ग्रह पर उतरे हैं, तो कुछ सिर्फ उनके पास से गुजरे हैं। आइए जानते हैं कि अब तक किन-किन ग्रहों पर मानव निर्मित चीजें पहुंच चुकी हैं।
बुध, शुक्र और चंद्रमा
बुध, शुक्र और चंद्रमा पर पहुंचा इंसान का विज्ञान
बुध ग्रह तक इंसानी तकनीक नासा के मैसेंजर मिशन से पहुंची, जो 2011 से 2015 तक वहां की कक्षा में रहा।
शुक्र ग्रह पर सोवियत संघ (रूस) ने वेनेरा मिशन भेजे, जिनमें वेनेरा 7 ने 1970 में पहली सफल लैंडिंग की।
चंद्रमा पर अमेरिका का अपोलो 11 मिशन 1969 में इंसानों को लेकर उतरा। भारत का चंद्रयान-3 2023 में सफलता से उतरा। रूस और चीन ने भी लूना और चांग ई मिशनों के जरिए चंद्रमा तक यान भेजे।
मंगल
मंगल तक सबसे ज्यादा पहुंचे मिशन
मंगल ग्रह पर सबसे पहले नासा का वाइकिंग 1 मिशन 1976 में उतरा था। इसके बाद नासा ने क्यूरियोसिटी (2012) और पर्सेवेरेंस (2021) रोवर भेजे, जो अब भी काम कर रहे हैं।
भारत का मंगलयान 2014 में मंगल की कक्षा में पहुंचा। चीन का तिआनवेन-1 मिशन 2021 में लैंड हुआ और झुरोंग रोवर को लेकर आया।
यूरोप का मार्स एक्सप्रेस और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) का होप प्रोब भी मंगल की कक्षा में मौजूद हैं और जानकारी भेजते हैं।
अन्य
बृहस्पति से लेकर नेपच्यून तक पहुंचा विज्ञान
बृहस्पति ग्रह तक नासा का गैलीलियो मिशन 1995 में पहुंचा और 2003 तक डाटा भेजता रहा।
शनि ग्रह पर नासा का कैसिनी मिशन 2004 में पहुंचा और उसका ह्यगेंस लैंडर 2005 में शनि के चंद्रमा टाइटन पर उतरा। वॉयेजर 2 मिशन 1986 में यूरेनस और 1989 में नेपच्यून के पास से गुजरा और महत्वपूर्ण जानकारी भेजी।
ये मिशन दिखाते हैं कि इंसानी तकनीक अब सौरमंडल के लगभग हर कोने तक पहुंच चुकी है।