
स्पाइवेयर हमला क्या होता है और इससे कैसे रहें सुरक्षित?
क्या है खबर?
ऐपल, व्हाट्सऐप जैसी बड़ी कंपनियां कई बार अपने यूजर्स को स्पाइवेयर हमलों को लेकर चेतावनी दे चुकी हैं।
ऐसे हमले किसी सरकार या संस्था द्वारा खास लोगों के फोन या कंप्यूटर को निशाना बनाने के लिए किए जाते हैं, जिसका मकसद छुपकर जानकारी इकट्ठा करना होता है।
दुनिया के कई देशों की सरकारों पर ऐसे आरोप लगते रहे हैं कि उन्होंने नागरिकों की निगरानी के लिए स्पाइवेयर का इस्तेमाल किया है।
आइए इससे जुड़ी जरूरी बातें जानते हैं।
हमला
क्या होता है स्पाइवेयर हमला?
स्पाइवेयर एक ऐसा सॉफ्टवेयर होता है, जो चुपचाप आपके डिवाइस में घुसकर आपकी जानकारी चुरा लेता है।
यह मैसेज, कॉल, लोकेशन, फोटो और यहां तक कि कैमरा या माइक्रोफोन तक एक्सेस कर सकता है। कई बार यह लिंक, ईमेल या फर्जी एप्स के जरिए डिवाइस में पहुंचता है।
यूजर को इसका एहसास भी नहीं होता और यह लगातार डाटा चुराता रहता है। इसे हटाना भी आसान नहीं होता, क्योंकि यह खुद को छुपा लेता है।
जरुरी कदम
अगर हो जाएं शिकार तो क्या करें?
अगर आपको लगता है कि आपके फोन या कंप्यूटर में कोई गड़बड़ है या वह खुद-ब-खुद चीजें करने लगा है, तो तुरंत साइबर एक्सपर्ट से संपर्क करें।
अपने सभी जरूरी डाटा का बैकअप लें और डिवाइस को फैक्ट्री रिसेट करें। अगर जरूरी हो तो नया डिवाइस लें। किसी लिंक पर क्लिक करने या संदिग्ध ऐप इंस्टॉल करने से बचें।
मामले की जानकारी साइबर क्राइम सेल को दें, ताकि तकनीकी जांच हो सके और सुरक्षा के उपाय लिए जा सकें।
सुरक्षित
कैसे रहें ऐसे हमले से सुरक्षित?
स्पाइवेयर हमले से बचने के लिए सबसे जरूरी है कि आप हमेशा अपने डिवाइस का सॉफ्टवेयर हमेशा अपडेट रखें, क्योंकि कंपनियां नई सुरक्षा देती हैं।
अनजान लिंक, अटैचमेंट या एप्स से दूर रहें और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) जरूर चालू करें। भरोसेमंद ऐप ही डाउनलोड करें और उन्हें जरूरी अनुमतियां ही दें।
अनजान वाई-फाई से बचें और सुरक्षा ऐप्स का इस्तेमाल करें। अपनी प्राइवेसी सेटिंग्स समय-समय पर जांचते रहें और सतर्क रहें।