व्हाट्सऐप के इस फीचर में मिला बग, गूगल पर सार्वजनिक हो सकता है आपका फोन नंबर
इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप एक बार अपने एक फीचर को लेकर सुर्खियों में है। बताया जा रहा है इस फीचर में आए एक बग की वजह से यूजर्स के फोन नंबर गूगल सर्च रिजल्ट में दिख रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट अतुल जयराम ने पता लगाया है कि व्हाट्सऐप के क्लिक टू चैट फीचर में एक ऐसा बग है जो गूगल सर्च को यूजर्स के नंबर इंडेक्स करने दे रहा है।
क्या है व्हाट्सऐप का क्लिक टू चैट फीचर?
जानकारी के लिए बता दें कि क्लिक टू चैट ऐसा फीचर है जो व्हाट्सऐप यूजर्स को अपने फोन में बिना दूसरे शख्स का कॉन्टैक्ट नंबर सेव किए उसके पास मैसेज भेजने की सुविधा देता है। यह सब एक वेबसाइट के जरिये लिंक क्रिेएट कर किया जा सकता है। इस प्रकार आप उस व्यक्ति के साथ व्हाट्सऐप से बातचीत कर सकते हैं, जिसका नंबर सेव नहीं करना चाहते। आसान भाषा में इसके बारे में जानने के लिए यहां टैप करें।
किस यूजर का नंबर होता है इंडेक्स?
जयराम ने इस बग की जानकारी देते हुए कहा कि जो यूजर्स इस फीचर का इस्तेमाल करते हैं उनके नंबर गूगल सर्च में इंडेक्स हो जाता है। उन्होंने कहा कि https://wa.me/ URL में यूजर्स के फोन नंबर साफ देखे जा सकते हैं। ये नंबर अगर हैकर्स के हाथ लगते हैं तो यूजर्स की प्राइवेसी को बड़ा खतरा पैदा हो जाएगा। उन्होंने बताया कि उन्होंने अब तक गूगल पर ऐसे 3 लाख नंबर देखे हैं।
नंबर सार्वजनिक होने के हैं कई खतरे
जयराम ने इसका खतरा बताते हुए कहा कि अगर किसी व्यक्ति के फोन नंबर लीक होते हैं तो हैकर उन पर मैसेज और कॉल कर सकता है। इसके अलावा वह यह नंबर मार्केटिंग कंपनियों, स्पैमर्स और स्कैमर्स को भी बेच सकता है। उन्होंने कहा कि नंबर के सहारे हैकर यूजर्स की प्रोफाइल फोटो देख सकता है। इसका रिवर्स इमेज सर्च कर वह उसके बाकी सोशल मीडिया अकाउंट का पता लगाकर काफी जानकारी जुटा सकता है।
23 मई को चला बग का पता
23 मई को बग का पता चलने के बाद जयराम ने फेसबुक के बग-बाउंटी प्रोग्राम के जरिये कंपनी से संपर्क किया। इसके जवाब में फेसबुक ने कहा कि व्हाट्सऐप कंपनी के इस प्रोग्राम में शामिल नहीं है।
व्हाट्सऐप ने क्या प्रतिक्रिया दी?
वहीं जब व्हाट्सऐप से इस बारे में पूछा गया तो कंपनी ने बयान जारी कर प्रतिक्रिया दी। इसमें व्हाट्सऐप ने कहा, "हम रिसर्चर की रिपोर्ट और उनके समय की कद्र करते है, लेकिन यह बाउंटी प्रोग्राम के लिए योग्य नहीं है क्योंकि इसमें केवल URL के सर्च इंजन इंडेक्स का जिक्र है, जो यूजर्स अपनी मर्जी से सार्वजनिक करते हैं। व्हाट्सऐप के सभी यूजर्स, बिजनेसेस एक टैप कर अनचाहे मैसेज करने वाले लोगों को ब्लॉक कर सकते हैं।"