फोन को कोई नहीं कर पाएगा हैक, अपनाएं ये तरीके
क्या है खबर?
स्मार्टफोन वर्तमान में आपकी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है। इसमें आपकी बहुत-सी निजी और बैंक से संबंधित जानकारी होती हैं। इस पर हैकर्स की निगाहें जमी रहती है।
अगर, फोन की जानकारी किसी अनजान व्यक्ति तक पहुंच जाए तो आप बैंक अकाउंट खाली हो सकता है। ऐसे में बहुत जरूरी है कि फोन को हैकिंग से बचाया जाए।
आइये जानते हैं वे तरीके जिनकी मदद से आप अपने फोन को जासूसी से बचा सकते हैं।
#1
ऑपरेटिंग सिस्टम और ऐप को रखें अपडेट
अपने स्मार्टफोन के सॉफ्टवेयर और मोबाइल ऐप्स को अपडेट न केवल नई सुविधाएं और प्रदर्शन सुधारने के साथ सुरक्षा की कमजोरियों को दूर कर आपको हैकिंग के खतरे से बचाता है।
इन अपडेट्स को अनदेखा करने से आपका डिवाइस साइबर हमले के प्रति संवेदनशील हो सकता है।
संभावित खतरों के खिलाफ अधिकतम सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम और इंस्टॉल किए गए एप्लिकेशन दोनों को हमेशा अपडेट रखना आवश्यक उपाय है।
#2
कभी न बनाएं ऐसे पासवर्ड
मजबूत पासवर्ड आपके फोन और आपके डाटा तक अनाधिकृत पहुंच के खिलाफ सुरक्षा की पहली पंक्ति है।
अनुमान लगाने में आसान पासवर्ड- जैसे '123456' या 'पासवर्ड' के साथ-साथ अपने जन्मदिन जैसी आसान तारीखों का उपयोग करने से बचें।
इसके लिए आप अक्षरों, संख्याओं और विशेष वर्णों को जोड़ते हुए एक मुश्किल पासवर्ड बनाएं, जिसका आसानी से अंदाजा नहीं लगाया जा सके।
सुरक्षा को बढ़ाने के लिए जरूरी अकाउंट्स के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) इनेबल करके रखें।
#3
ऐसी जगह न करें वाई-फाई का इस्तेमाल
सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क फोन के लिए असुरक्षित हैं, क्योंकि उनमें अक्सर आपकी जानकारी की सुरक्षा के लिए आवश्यक सुरक्षा उपायों का अभाव होता है।
ऐसे में कैफे या हवाई अड्डों के असुरक्षित वाई-फाई नेटवर्क का इस्तेमाल करने से बचें और वाई-फाई सेटिंग को हमेशा ऑन नहीं रखें।
कई बार असुरक्षित वाई-फाई नेटवर्क की सीमा में आते ही फोन उससे जुड़ जाता है और हैकर फोन का डाटा चुरा लेते हैं। वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) का उपयोग भी सही रहता है।
#4
ऐप इंस्टॉल से पहले रखें ध्यान
अनौपचारिक या अविश्वसनीय स्रोतों से ऐप इंस्टॉल करने से आपको मैलवेयर इंस्टॉलेशन या व्यक्तिगत डाटा चोरी होने की सुरक्षा जोखिमों का सामना करना पड़ सकता है।
नए ऐप की तलाश करते समय सबसे सुरक्षित विकल्प गूगल प्ले स्टोर या ऐप स्टोर से डाउनलोड करने से जोखिम की संभावना कम होती है।
इनमें पब्लिश होने से पहले ऐप को स्कैन और वेरिफाई किया जाता है। किसी नई ऐप इंस्टॉल करते समय कोई गैर जरूरी परमिशन देने से बचें।
#5
रिमोट वाइप का करें इस्तेमाल
अपने फोन पर रिमोट वाइप सुविधा को एक्टिव करने से आप इसके खो जाने या चोरी होने की स्थिति में अपने व्यक्तिगत डाटा को दूरी से ही डिलिट कर सकते हैं।
यह आपकी गोपनीय जानकारी को सुरक्षित रखने में मदद कर सकता है।
डिवाइस की सुरक्षा बढ़ाने के लिए आप इसे वायरस, मैलवेयर और फिशिंग जैसे खतरों से बचाने के लिए विश्वसनीय सुरक्षा ऐप जैसे एंटीवायरस और एंटी-मैलवेयर इंस्टॉल कर सकते हैं।