NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / टेक्नोलॉजी की खबरें / चंद्रयान के बाद अब समुद्रयान मिशन क्या है और इसे कैसे अंजाम दिया जाएगा? 
    अगली खबर
    चंद्रयान के बाद अब समुद्रयान मिशन क्या है और इसे कैसे अंजाम दिया जाएगा? 
    समुद्रयान मिशन में सबमर्सिबल मत्स्य 6000 का इस्तेमाल किया जाएगा (तस्वीर: X/@KirenRijiju)

    चंद्रयान के बाद अब समुद्रयान मिशन क्या है और इसे कैसे अंजाम दिया जाएगा? 

    लेखन रजनीश
    Sep 14, 2023
    01:03 pm

    क्या है खबर?

    अंतरिक्ष में चंद्रयान-3 के जरिए अपनी धाक जमाने के बाद भारत अब समुद्र की गहराई में भी पैठ जमाने की तैयारी में है। इसके लिए समुद्रयान मिशन लॉन्च किया जाएगा।

    समुद्रयान मिशन के जरिए भारत 6 किलोमीटर गहरे समुद्र के पानी का पता लगाने के लिए एक रोमांचक यात्रा की तैयारी कर रहा है।

    इस मिशन को अत्याधुनिक सबमर्सिबल (पनडुब्बी) मत्स्य 6000 के जरिए अंजाम दिया जाएगा।

    जान लेते हैं इस मिशन से जुड़ी और अधिक जानकारी।

    उद्देश्य

    समुद्री संसाधनों के जरिए आर्थिक वृद्धि का अवसर

    समुद्रयान मिशन का उद्देश्य समुद्र की गहराई में मौजूद संसाधनों का अध्ययन और समुद्री जैव विविधता का आकलन करना है। इसके अलावा इस मिशन के जरिए आर्थिक वृद्धि करना भी है।

    भू विज्ञान मंत्री किरेन रिजिजू के अनुसार, मिशन का लक्ष्य "ब्लू इकोनॉमी" का समर्थन करना है।

    इस आगामी समुद्रयान मिशन के जरिए भारत की आर्थिक वृद्धि और रोजगार सृजन को बढ़ावा देने के लिए समुद्री संसाधनों का इस्तेमाल किया जाएगा।

    मंत्री

    पनडुब्बी में भेजे जाएंगे 3 लोग

    रिजिजू ने इस मिशन के बारे में एक्स पर पोस्ट किया था कि भारत के पहले मानवयुक्त गहरे महासागर मिशन समुद्रयान के तहत एक पनडुब्बी में 6 किलोमीटर समुद्र की गहराई में 3 लोगों को भेजने की योजना है।

    उन्होंने यह भी कहा था कि यह परियोजना नाजुक समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र के लिए किसी भी तरह की मुश्किल नहीं पैदा करेगी।

    इस परियोजना के जरिए देश महासागरों की गहराई में ऐतिहासिक छाप छोड़ने के लिए तैयार है।

    बजट

    ये है पनडुब्बी की खासियत

    एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस परियोजना की लागत करीब 4,100 करोड़ रुपये है। मिशन के लिए इस्तेमाल की जाने वाले पनडुब्बी मत्स्य 6000 टाइटेनियम धातु से बनी है।

    यह 6,000 मीटर यानी 6 किलोमीटर की गहराई पर समुद्र तल के दबाव से 600 गुना अधिक यानी 600 बार (दाब मापने की इकाई) प्रेशर झेलने में सक्षम होगी।

    पनडुब्बी का व्यास 2.1 मीटर है। इसके जरिए 3 लोगों को 12 घंटे के लिए समुद्र की गहराई में भेजा जाएगा।

    परीक्षण

    वर्ष 2026 में लॉन्च किया जा सकता है मिशन

    वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही तक पनडुब्बी के परीक्षण के लिए तैयार होने की उम्मीद है। परीक्षण के लिए इसे चेन्नई तट से बंगाल की खाड़ी में छोड़ा जाएगा। मिशन को 2026 में लॉन्च किया जाएगा।

    इसके जरिए समुद्र तल से 6 किलोमीटर नीचे कोबाल्ट, निकल और मैंगनीज जैसी बहुमूल्य धातुओं के साथ ही विभिन्न गैसों की खोज की जाएगी। ये सभी खनिज 1,000 से 5,500 मीटर तक की गहराई में मिलती हैं।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    किरेन रिजिजू
    बंगाल की खाड़ी

    ताज़ा खबरें

    हमास गाजा प्रमुख मोहम्मद सिनवार मारा गया, इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने की पुष्टि हमास
    ऋतिक रोशन लेकर आ रहे ये 5 दमदार फिल्में, आपको किसका है इंतजार? ऋतिक रोशन
    'मेट्रो... इन दिनों' का पहला गाना 'जमाना लगे' जारी, अरिजीत सिंह ने दी आवाज सारा अली खान
    अंतरिक्ष में ज्यादातर चीजें क्यों दिखती हैं रंगहीन? यहां जानिए वजह अंतरिक्ष

    किरेन रिजिजू

    सुप्रीम कोर्ट में लंबित हैं राज्य और केंद्र सरकार से संबंधित करीब 35,000 मामले- कानून मंत्री सुप्रीम कोर्ट
    बॉम्बे हाई कोर्ट: जस्टिस शिंदे ने रचा इतिहास, एक दिन में 190 मामलों पर सुनवाई की देश
    CJI की टिप्पणी के बाद बोले कानून मंत्री- भारत जितनी स्वतंत्र न्यायपालिका कहीं नहीं रांची
    कॉलेजियम: सुप्रीम कोर्ट ने कानून मंत्री के बयान पर जताई आपत्ति, जानें क्या कहा सुप्रीम कोर्ट

    बंगाल की खाड़ी

    भारतीय वायुसेना का AN-32 एयरक्राफ्ट 13 लोगों के साथ लापता, तलाशी अभियान जारी चेन्नई
    लापता AN-32 का तलाशी अभियान तेज, नौसेना और ISRO की ली जा रही मदद असम
    चार दिन बाद भी नहीं मिला IAF का लापता विमान, जानें खोज में कौन-कौन है शामिल असम
    चंद्रयान-2: ISRO का SLV मिशन फेल होने पर क्या बोले थे पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम ISRO
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025