SBI के दृष्टिहीन कर्मचारी ने बना डाला ऐप, बैंक का काम हुआ आसान
टेक्नोलॉजी की पढ़ाई करने वाले लोगों को भी कोडिंग करने और ऐप बनाने में कठिनाई होती है तो एक आम इंसान जिसको कोडिंग का बेसिक भी नहीं पता उसके लिए एक ऐप बनाना कितना कठिन काम होगा। लेकिन इंसान ठान ले तो क्या नहीं कर सकता। इसका उदाहरण हैं रामकुमार नाम के शख्स। रामकुमार ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) से जुड़े बैंकिंग कार्यों के लिए एक डिजी टूलकिट नाम का ऐप बनाया है।
ऐप से रोज का डाटा इकट्ठा करना हुआ आसान
रामकुमार SBI के चेन्नई सर्कल के डिजिटल एंड ट्रांजेक्शन मैनेजर हैं। रामकुमार ने कक्षा 5 में समय ग्लूकोमा के कारण अपनी दृष्टि खो दी। दृष्टिबाधित होने और कंप्यूटर का ज्ञान न होने के चलते रामकुमार के लिए ऐप बनाना आसान नहीं था। रामकुमार ने जो ऐप बनाया उससे SBI को रोजाना का डाटा इकट्ठा करने के काम को आसान बना दिया। डिजी टूलकिट में सभी SBI कर्मचारी डाटा देते हैं और ये ऑटोमैटिक तरीके से एकत्र हो जाता है।
बैंक के सभी ब्रांच एक्सेल शीट पर रखते थे डाटा
रामकुमार के मुताबिक उन्हें सभी ब्रांचों के लिए एक दैनिक रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा गया था। मुश्किल ये थी कि सभी ब्रांचों ने एक्सेल शीट पर अपना डाटा रखा था। इतने सारे लोगों द्वारा एक साथ एक ही एक्सेल शीट को एडिट करने से काफी समस्या हो गई थी। कभी-कभी एक्सेल शीट सेव और अपडेट भी नहीं हो रही थी। इसी दौरान हाउसिंग लोन सेल्स टीम के प्रवीण के साथ मुलाकात से डिजी टूलकिट का निर्माण हुआ।
माइक्रोसॉफ्ट पॉवर ऐप्स से बनाया ऐप
प्रवीण ने रामकुमार को माइक्रोसॉफ्ट पॉवर ऐप्स प्लेटफॉर्म के बारे में बताया। दरअसल, प्रवीण और रामकुमार दोनों ही एक तरह की मुश्किल का सामना कर रहे थे। दोनों का काम भारी मात्रा में डाटा एकत्र करने से जुड़ा था। यहीं से डिजी टूलकिट को बनाने की शुरुआत हुई। रामकुमार ने पहले इसका प्रोटोटाइप बनाया और इसे DGM शैलेंद्र दीक्षित को दिखाया। शैलेंद्र इस ऐप की कार्यक्षमता देखकर खुश हुए और ऐप बनाने की अनुमति दे दी।
सरल भाषा में इनपुट देकर बना सकते हैं ऐप
ऐप ने कैंपेन ट्रैकिंग और लीड ट्रैकिंग को आसान बना दिया। इससे रोजाना की रिपोर्ट के कार्य भी पूरी तरह से ऑटोमैटिक हो गए। इस पूरे मामले में दिलचस्प पहलू ये है कि रामकुमार को कोडिंग-प्रोग्रामिंग का थोड़ा भी ज्ञान नहीं है। उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट पॉवर ऐप्स के जरिए ऐप बनाया। ये ऐसा प्लेटफॉर्म है जो कम-कोड वाले टूल के साथ ऐप बनाने में मदद करता है। इसमें सिर्फ सरल भाषा में इनपुट देना होता है, बाकी काम प्लेटफॉर्म करता है।