
हवा से कार्बन डाइऑक्साइड निकाल रहे टेस्ला के पूर्व निदेशक, इस तकनीक से हुआ संभव
क्या है खबर?
वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर बढ़ता जा रहा है, जो कि मानव जीवन के लिए बड़ा खतरा है। विश्वभर में इसके स्तर को कम करने और जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं।
इसी कड़ी में स्विस कंपनी क्लाइमवर्क्स भी हवा को शुद्ध करने के लिए उसमें मौजूद कार्बन डाइऑक्साइड को बाहर निकाल रही है। माइक्रोसॉफ्ट, स्ट्राइप, शॉपिफाई, H&M जैसी कंपनियां उसकी ग्राहक है।
टेस्ला के पूर्व निदेशक इस कंपनी के साथ जुड़े हैं।
कार्बन डाइऑक्साइड
डायरेक्ट एयर कैप्चर टेक्नोलॉजी का किया जा रहा इस्तेमाल
क्लाइमवर्क्स, 2017 में नई टेक्नोलॉजी "डायरेक्ट एयर कैप्चर" की सर्विस देने वाली पहली कंपनी बनी थी। जलवायु परिवर्तन से निपटने के इन तरीकों का विरोध भी जारी है क्योंकि वैश्विक तापमान जिस तेजी से बढ़ रहा है, उस तेजी से उसे रोकने का काम नहीं हो रहा है।
वातावरण में फैले कार्बन डाइऑक्साइड को रोकने और इसे साफ करने के तरीकों को बढ़ाने की मांग हो रही है। क्लाइमवर्क्स वर्तमान में सबसे बड़ी डायरेक्ट एयर कैप्चर सुविधा प्रदाता है।
डगलस चान
टेस्ला के पूर्व निदेशक बने क्लाइमवर्क्स के चीफ ऑपरेशन ऑफिसर
क्लाइमवर्क्स ने हाल ही में टेस्ला के पूर्व निदेशक डगलस चान को अपना चीफ ऑपरेशन ऑफिसर बनाया है। डगलस के लिए ये एक बड़ा काम है। द वर्ज से हुई बातचीत में डगलस ने अपनी भूमिका और आगे की योजना के बारे में कई जानकारियां दीं।
डगलस ने कहा, "क्लाइमवर्क का काम अभी उद्योग के रूप में अस्तित्व में ही नहीं है। हमें इसे उद्योग के तौर पर तैयार करना है।"
ग्रीनहाउस गैस
क्या इलेक्ट्रिक व्हीकल या सोलर पैनल के समान है ये टेक्नोलॉजी?
डगलस ने बताया कि ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करने और जलवायु परिवर्तन के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए पूरे पारिस्थितिकी तंत्र में हर कोई अपने स्तर पर अपनी भूमिका निभा रहा है।
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह डायरेक्ट एयर कैप्चर और इलेक्ट्रिक वाहन या सोलर पैनल के शुरुआती दिनों में कोई समानता देखते हैं तो उन्होंने कहा," ये मेरे दिमाग में किसी भी नई टेक्नोलॉजी के समान है।"
कार्बन डाइऑक्साइड स्टोर
एयर कंडीशनर की तरह करता है काम
डगलस ने कहा, "हम क्लाइमवर्क्स के और अधिक प्लांट बनाने की कोशिश कर रहे हैं और पूरी दुनिया में अपने परिचालन को बढ़ा रहे हैं।"
डायरेक्ट एयर कैप्चर (DAC) को समझाते हुए उन्होंने कहा, "ये ठीक उसी तरह है, जैसे एक एयर कंडीशनर आपके घर को ठंडा करता है। हमारा कंडीशनर हवा से कार्बन डाइऑक्साइड लेता है और जो छोड़ता है, उसमें कार्बन डाइऑक्साइड नहीं होती। हम कार्बन डाइऑक्साइड को स्थायी रूप से स्टोर करते हैं।"
विपरीत काम
कुछ और कंपनियां अलग तरीके से कर रही हैं काम
वातावरण से कार्बन हटाने वाली कुछ कंपनियां तेल और गैस के साथ काम कर रही हैं। जैसे एक तेल कंपनी ऑक्सीडेंटल एंड कार्बन इंजीनियरिंग टेक्सास में एक DAC सेंटर के निर्माण के लिए काम कर रही है। उसके द्वारा कैप्चर किया गया कार्बन तेल रिकवरी को बढ़ाने में किया जाएगा, जिसे ऑक्सीडेंटल कंपनी "नेट जीरो ऑयल" कहती है।
हालांकि, डगलस ने कहा कि हम जो कर रहे हैं, ये उसके विपरीत काम है।
हानिकारक गैस
तेजी से बढ़ी है हानिकारक गैस
लॉकडाउन के समय उद्योग धंधे, फैक्ट्रियां वाहनों के पहिए थमे थे। उस समय मई, 2020 में कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर 417.64 पार्टस प्रति मिलियन (PPM) रिकॉर्ड किया गया था। मई 2021 में स्तर 419.13 पार्टस प्रति मिलियन दर्ज किया गया था।
औद्योगिक क्रांति से पहले कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर 280 PPM था, लेकिन इंसानी प्रगति ने वातावरण को प्रभावित किया और आज कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर तेजी से बढ़ा है। सांस लेने के लिए शुद्ध हवा नहीं मिल रही है।