
ट्विटर फाइल्स: बाइडन प्रशासन ने कोरोना सूचनाओं को रोका, खाते निलंबित किए
क्या है खबर?
'ट्विटर फाइल्स' की जारी दूसरी किस्त में खुलासा हुआ कि ट्विटर अधिकारियों को कोरोना महामारी के आंकड़ों और विचारों को दबाने के लिए कहा गया, जो अमेरिकी सरकार की नीतियों के लिए 'असुविधाजनक लेकिन सच' थे।
इसके तहत असहमत डॉक्टरों, विशेषज्ञों और उपयोगकर्ताओं को नियंत्रित किया गया।
यह खुलासा न्यूयॉर्क में स्वतंत्र पत्रकार डेविड ज्वेग ने ट्विट कर किया, जिसमें बताया कि अमेरिकी सरकार ने ट्विटर पर कैसे कोरोना संबंधित सामग्री को बढ़ाने और चुप कराने के लिए दवाब डाला।
खुलासा
ट्रंप और बाइडन दोनों ने डाला दबाव
डेविड ने दावा किया कि ट्रंप और बाइडन प्रशासन दोनों ने कोरोना महामारी से जुड़ी सामग्री को मंच पर अपनी पसंद के हिसाब से चलाने के लिए ट्विटर अधिकारियों पर दबाव डाला।
यही नहीं, बाइडन ने ट्विटर पर न्यूयॉर्क टाइम्स के पूर्व रिपोर्टर एलेक्स बेरेसन के खाते को कोरोना वैक्सीन पर सवाल उठाने के लिए निलंबित कराया।
रिपोर्ट में बताया गया कि ट्रंप ने ट्विटर, माइक्रोसॉफ्ट, गूगल व फेसबुक अधिकारियों से मिलकर गलत सूचनाओं को रोकने की मदद मांगी थी।
ट्विटर पोस्ट
डेविड ने ट्वीट कर दी जानकारी
1. THREAD:
— David Zweig (@davidzweig) December 26, 2022
THE TWITTER FILES: HOW TWITTER RIGGED THE COVID DEBATE
– By censoring info that was true but inconvenient to U.S. govt. policy
– By discrediting doctors and other experts who disagreed
– By suppressing ordinary users, including some sharing the CDC’s *own data*