श्रीहरिकोटा में बनेगा तीसरा लॉन्च पैड, केंद्रीय मंत्रीमंडल ने दी मंजूरी
क्या है खबर?
अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत को नई ऊंचाई देने के लिए गुरुवार (16 जनवरी) को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में तीसरे लॉन्च पैड को मंजूरी दी है।
इस प्रोजेक्ट की लागत करीब 3,985 करोड़ रुपये होगी और बनने में 4 साल लगेंगे। वर्तमान में श्रीहरिकोटा में 2 लॉन्च पैड मौजूद हैं।
आज ही भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने 2 सेटेलाइट की सफलता से डॉकिंग की है।
क्षमता
भारी उपग्रहों को भेजने में होगा सक्षम
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, प्रस्तावित तीसरा लॉन्च पैड अधिक क्षमता वाला होगा, जो अगली जनरेशन लॉन्च व्हीकल (NGLV) की जरूरतों को पूरा करेगा।
इसे भारी उपग्रहों की कक्षा में स्थापित करने के लिए डिजाइन किया गया है।
यह 2035 तक भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने और 2040 तक चंद्रमा पर मानव भेजने की भारत की योजना के लिए भी आवश्यक होगा। यह तीसरा लॉन्च पैड भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रमों के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
फायदा
तेजी से बढ़ेगा अंतरिक्ष अभियान
तीसरा लॉन्च पैड बनने के बाद ज्यादा संख्या में सैटेलाइट और स्पेसक्राफ्ट की लॉन्चिंग हो सकेगी। इसकी क्षमता पहले वाले दोनों लॉन्च पैडों की तुलना में अधिक होगी।
इससे भारत भविष्य में अपने अंतरिक्ष अभियान को गति दे सकेगा। ISRO अभी तक 2 लॉन्च पैड पर निर्भर है, जिनमें पहला लॉन्च पैड FLP और दूसरा SLP है।
पहला लॉन्च पैड FLP करीब 30 साल पहले शुरू हुआ था, जबकि SLP करीब 20 साल से प्रयोग में है।