
TCS और IIT-बॉम्बे मिलकर विकसित कर रहे भारत का पहला क्वांटम डायमंड माइक्रोचिप इमेजर
क्या है खबर?
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) और IIT-बॉम्बे भारत का पहला क्वांटम डायमंड माइक्रोचिप इमेजर विकसित करने के लिए एक साथ काम कर रही हैं।
इन दोनों संस्थाओं की तरफ से आज (28 मई) एक साझा बयान में आधिकारिक तौर पर इसके बारे में जानकारी दी गई है।
क्वांटम डायमंड माइक्रोचिप इमेजर चुंबकीय क्षेत्रों की छवि बनाने में सक्षम है, जिससे अस्पताल में MRI के समान सेमीकंडक्टर चिप्स की मैपिंग की अनुमति मिलती है।
विकास
भारत क्वांटम क्रांति में बढ़ेगा आगे
भारत स्वदेशी क्वांटम डायमंड माइक्रोचिप इमेजर की मदद से क्वांटम क्रांति में आगे बढ़ेगा, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग से संचालित सॉफ्टवेयर इमेजिंग के साथ क्वांटम डायमंड माइक्रोस्कोपी को जोड़ता है।
दोनों कंपनियां क्वांटम सेंसिंग में अपने अनुभव का उपयोग करके इनोवेशन को बढ़ावा देंगी। इसके साथ ही चिप्स के गैर-विनाशकारी निरीक्षण के लिए क्वांटम इमेजिंग प्लेटफॉर्म पर सहयोग करेंगी।
संस्थाओं का लक्ष्य 2 वर्षों में इस प्रोजेक्ट को पूरा करना है।
वजह
क्यों जरूरी है यह तकनीक?
सेमीकंडक्टर के आकार में कमी के कारण पुराने सेंसिंग विधियों से पैदा हुई कमियों का पता लगाने के लिए यह तकनीक आवश्यक है।
यह सेंसिंग उपकरण में चिप विफलताओं को कम करने, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की ऊर्जा दक्षता बढ़ाने और सेमीकंडक्टर चिप्स के विश्लेषण में सटीकता के लिए नए रास्ते खोलने की क्षमता है।
इन दोनों भागीदारों का उद्देश्य उपकरणों की निर्भरता, सुरक्षा और ऊर्जा दक्षता को अगले 2 वर्षों में बढ़ाना है।