सोनी और माइक्रोसॉफ्ट के बीच कॉल ऑफ ड्यूटी के लिए 10 साल का समझौता, जानें महत्व
क्या है खबर?
माइक्रोसॉफ्ट अब एक्टिविजन ब्लिजार्ड अधिग्रहण करने की तरफ एक कदम आगे बढ़ गई है।
दरअसल, सोनी ने प्लेस्टेशन पर 'कॉल ऑफ ड्यूटी' गेम को जारी रखने के लिए एक माइक्रोसॉफ्ट के साथ 10 साल के सौदे पर सहमति व्यक्त की है।
यह घोषणा इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि सोनी लंबे समय से माइक्रोसॉफ्ट और एक्विटिविजन के समझौते का विरोध करती रही है।
यह विरोध इतिहास के सबसे महंगे गेमिंग सौदे (5.6 लाख करोड़) की डील में सबसे बड़ी बाधा था।
सोनी
समझौते से अधिग्रहण के बाद की चिंता होगी कम
अब कॉल ऑफ ड्यूटी को प्लेस्टेशन पर जारी रखने के सोनी और माइक्रोसॉफ्ट के समझौते का मतलब यह है कि अधिग्रहण के बाद भी गेमिंग के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा से जुड़ी संभावित चिंताएं कम हो सकती हैं।
माइक्रोसॉफ्ट की गेमिंग यूनिट एक्सबॉक्स के CEO फिल स्पेंसर ने कहा कि सोनी और माइक्रोसॉफ्ट प्लेस्टेशन पर कॉल ऑफ ड्यूटी गेम को जारी रखने के लिए एक बाध्यकारी समझौते पर सहमत हो गए हैं।
माइक्रोसॉफ्ट
गेम को पहले से भी अधिक प्लेटफॉर्म पर कराया जाएगा उपलब्ध - ब्रैड स्मिथ
माइक्रोसॉफ्ट द्वारा जनवरी, 2022 में एक्विविजन ब्लिजार्ड के अधिग्रहण की घोषणा के बाद गेमिंग कंपनियों के बीच बीते सालभर लड़ाई छिड़ी रही। 10 साल की डील के बाद अब इनके बीच तनाव खत्म होगा।
इस बीच माइक्रोसॉफ्ट के प्रेसिडेंट और वॉइस चेयरमैन ब्रैड स्मिथ ने कहा, "हम इस अधिग्रहण के पहले दिन से नियामकों, गेम डेवलपर्स और उपभोक्ताओं की चिंता को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। गेम पहले से भी अधिक प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराया जाएगा।"
जानकारी
माइक्रोसॉफ्ट ने इन कंपनियों के साथ किए हैं हस्ताक्षर
माइक्रोसॉफ्ट ने पहले ही एनवीडिया, निटेंडो, यूक्रेन के बूस्टरॉइड, जापान के यूबिटस और स्पेन के एनवेयर के साथ 10 साल के सौदे पर हस्ताक्षर किए हैं, जिससे कि सौदा पूरा होने पर कॉल ऑफ ड्यूटी को उनके प्लेटफॉर्म पर लाया जा सके।
डील
FTC और CMA कर रही हैं जांच
दोनों कंपनियों के बीच हुई साझेदारी तब सफल होगी, जब माइक्रोसॉफ्ट एक्विविजिन ब्लिजार्ड अधिग्रहण को बंद कर देगी।
दरअसल, माइक्रोसॉफ्ट को एक्विविजन के अधिग्रहण को लेकर अमेरिका की फेडरल ट्रेड कमीशन (FTC) और ब्रिटेन की कॉम्पिटिशन एंड मार्केट्स अथॉरिटी (CMA) की भी आपत्तियों और जांच का सामना करना पड़ रहा है।
FTC ने इस डील को पूरा होने से रोकने के लिए कोर्ट से भी हस्ताक्षेप की मांग की थी।
मामला
ये है मामला
एक्टिविजन ब्लिजार्ड एक ब्रिटिश कंपनी है, जिसने कॉल ऑफ ड्यूटी जैसा लोकप्रिय गेम बनाया है।
सोनी सहित कुछ अन्य गेमिंग कंपनियों ने इस बात की चिंता जताई थी कि माइक्रोसॉफ्ट के एक्टिविजन ब्लिजार्ड अधिग्रहण से गेमिंग मार्केट में प्रतिस्पर्धा को चोट पहुंचेगी और गेमिंग में इसका एकाधिकार हो सकता है।
FTC का भी तर्क था कि इस डील से माइक्रोसॉप्ट के एक्सबॉक्स को एक्टिविजन गेम का एक्सेस मिल जाएगा और इससे निटेंडो कंसोल, सोनी प्लेस्टेशन को खतरा हो सकता है।