क्लाउड खर्चे में कटौती कर रहे भारतीय स्टार्टअप्स, कंपनियों के बीच कीमत को लेकर बढ़ा मुकाबला
वैश्विक अर्थव्यवस्था की खराब होती हालत और फंडिंग में जारी गिरावट से भारतीय स्टार्टअप्स क्लाउड स्टोरेज के खर्च में कटौती कर रहे हैं। एक मीडिया रिपोर्ट में कई स्टार्टअप फाउंडर्स के हवाले से कहा गया कि कई कंपनियों ने अपने क्लाउड खर्च में 20 से 30 प्रतिशत तक की कमी कर दी है। ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म मीशो और डीलशेयर जैसे बढ़ते स्टार्टअप्स ने बचत के दबाव में क्लाउड खर्च को 50 प्रतिशत तक कम कर दिया है।
क्लाउड सर्विस प्रदाता कंपनियों के बीच कीमत को लेकर छिड़ी जंग
स्टार्टअप्स ने क्लाउड सर्विस के खर्च में कटौती शुरू की तो क्लाउड सर्विस प्रदान करने वाली कंपनियों के बीच ग्राहकों को लुभाने की जंग छिड़ गई। क्लाउड सर्विस प्रदान करने वाली 3 प्रमुख कंपनियों, अमेजन वेब सर्विसेज (AWS), गूगल क्लाउड प्लेटफॉर्म और माइक्रोसॉफ्ट एज्योर, ने स्टार्टअप्स को अपनी तरफ खींचने के लिए कीमत को लेकर मुकाबला करना शुरू कर दिया है। पिछले महीनों AWS के प्रतिद्वदियों ने कई स्टार्टअप्स से कम कीमत पर अपनी सर्विस लेने के लिए संपर्क किया।
AWS यूजर्स बना रहे गूगल और माइक्रोसॉफ्ट के ऑफर पर सर्विस देने का दबाव
ET की रिपोर्ट के मुताबिक, AWS यूज करने वाले फाउंडर उससे गूगल और माइक्रोसॉफ्ट से मिलने वाली कीमत पर सर्विस देने के लिए कह रहे हैं। हालांकि, पहचान न जाहिर करने वाले एक फाउंडर ने यह भी कहा कि नए क्लाउड सर्विस पर ट्रांसफर करना समय और पैसा खर्च करने वाला मामला है। कंपनियां मौके का फायदा उठाते हुए AWS से अपनी साझेदारी जारी रखने के लिए अपने क्रेडिट को एक साल तक बढ़ाने के लिए भी कह रही हैं।
माइक्रोसॉफ्ट क्लाउड सर्विस के साथ पेश कर रही है यह ऑफर
स्टार्टअप्स फाउंडर्स ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट एज्योर अपने क्लाउड सर्विस के विस्तार का ज्यादा प्रयास कर रही है और वह अपने माइक्रोसॉफ्ट 365 प्रोडक्टिविटी सुइट/वर्क स्पेस के साथ बेहतरीन ऑफर पेश कर रही है। AWS की वैश्विक वर्ष-दर-वर्ष राजस्व वृद्धि दिसंबर, 2022 को समाप्त तिमाही के लिए 20 प्रतिशत तक कम हो गई, जो एक साल पहले तक लगभग 40 प्रतिशत थी। माइक्रोसॉफ्ट एज्योर और गूगल क्लाउड ने समान अवधि में 7 और 32 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की है।
क्लाउड सर्विस में कमी से कर्मचारियों की नौकरी भी हुई प्रभावित
वैश्विक अर्थव्यवस्था के बिगड़ते हालातों और क्लाउड सर्विस में डिमांड में कमी के चलते इन बड़ी टेक कंपनियों ने अपने यहां काम करने वाले कर्मचारियों को नौकरी से भी निकाला है। अमेजन ने पिछले हफ्ते दूसरे दौर की छंटनी में AWS सहित 9,000 कर्मचारियों को निकाला था। गूगल की पेरेंट अल्फाबेट कंपनी ने क्लाउड कर्मचारियों सहित 12,000 कर्मचारियों को निकालने का फैसला लिया है। माइक्रोसॉफ्ट ने भी इस महीने अपने तीसरे दौर की छंटनी की है।
कंपनियां इस तरह कम कर रहीं क्लाउड सर्विस पर खर्च
स्टार्टअप्स अपनी कोडिंग टेक्नोलॉजी को सुधार रहे हैं। भारी-भरकम कोडिंग की जगह हल्की, लेकिन बेहतरीन कोड़िंग पर जोर दे रहे हैं। इससे कंपनियों का डाटा स्टोरेज पर होने वाला खर्च भी कम हो रहा है। एडटेक वेदांतु जैसे स्टार्टअप्स कॉल और डाटा ट्रांसफर के लिए एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (API) को कस्टमाइज कर रहे हैं। इससे उन्हें बचत भी हो रही है। डीलशेयर ने तो क्लाउड का खर्च कम करने के लिए नोटिफिकेशन भेजने बंद कर दिए हैं।