PUBG खेलने वाले 10 लोग गिरफ्तार, पुलिस ने जब्त किए मोबाइल
क्या है खबर?
गुजरात की राजकोट पुलिस ने प्लेयर्स अननोन बैटलग्राउंड (PUBG) गेम खेलने के आरोप में 10 लोगों को गिरफ्तार किया है।
जानकारी के लिए बता दें कि पुलिस कमिश्नर ने पिछले हफ्ते PUBG पर बैन लगाने वाला आदेश जारी किया था।
गिरफ्तार किए गए लोगों में छह कॉलेज छात्र है। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, पुलिस कमिश्नर मनोज अग्रवाल ने बताया कि 6 मार्च को PUBG पर बैन लगाया था। तब से लेकर अब तक 12 केस दर्ज किए गए हैं।
जानकारी
जमानत पर छूटे
कमिश्नर ने बताया कि यह गैर-जमानती अपराध नहीं है। इन लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं, लेकिन इनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस ने उन्हें तुरंत जमानत दे दी। उन्होंने बताया कि अब यह मामला कोर्ट में जाएगा जहां इन पर मुकदमा चलेगा।
गिरफ्तारी
अब तक पकड़े गए 10 लोग
बुधवार को राजकोट स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने पुलिस हेडक्वार्टर के पास से तीन लोगों को गिरफ्तार किया था।
पुलिस इंस्पेक्टर ने बताया कि उनकी टीम ने तीन लोगों को रंगे-हाथ पकड़ा था।
उन्होंने बताया, "ये लोग PUBG खेल रहे थे, जिसके कारण उन्हें हिरासत में लिया गया। उनके खिलाफ हमने IPC सेक्शन 188 और सेक्शन 35 के तहत मामला दर्ज किया है।"
उन्होंने बताया कि राजकोट पुलिस ने PUBG खेलने वाले 10 लोगों को पकड़ा है।
जानकारी
पुलिस ने जब्त किए मोबाइल
पुलिस ने हिरासत में लिए गए लोगों के मोबाइल फोन जब्त कर लिये हैं। अब इनकी जांच की जाएगी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि ये लोग गेम में इतने डूबे हुए थे कि उन्हें वहां पुलिस की मौजूदगी का पता भी नहीं चला।
बैन
पिछले सप्ताह लगा था बैन
राजकोट में 6 मार्च को PUBG पर बैन लगाने वाला नोटिफिकेशन जारी किया गया था।
इसमें लिखा था, 'देखने में आया है कि PUBG गेम, MOMO चैलेंज युवाओं में हिंसक प्रवृति को बढ़ावा दे रहे हैं। इन गेम का बच्चों और बड़ों की पढ़ाई, भाषा और व्यवहार पर असर पड़ रहा है। सार्वजनिक सुरक्षा और कानून व्यवस्था को देखते हुए PUBG और MOMO चैलेंज पर रोक लगाई जाती है।'
राज्य सरकार की सिफारिश पर यह नोटिफिकेशन जारी किया गया है।
PUBG पर बैन
लगातार उठती रही है PUBG पर बैन की मांग
जानकारी के अनुसार पिछले साल दिसंबर में चीन ने PUBG को प्रतिबंधित कर दिया था।
भारत में भी प्रतिबंध की मांग लगातार उठती रहती हैं। जम्मू-कश्मीर के छात्रों के एक संगठन ने भी इसे खराब परीक्षा परिणाम का जिम्मेदार मानते हुए प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
संगठन ने कहा कि यह गेम बच्चों का भविष्य खराब कर रहा है।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) भी देशभर में गेम पर प्रतिबंध लगाने का सुझाव दे चुका है।
PIL
बॉम्बे हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर
पिछले महीने बॉम्बे हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर कर ऑनलाइन गेम PUBG पर रोक लगाने की मांग की गई थी।
मुंबई के रहने वाले 11 वर्षीय अहद निजाम ने अपनी मां के जरिए यह याचिका दायर की थी।
याचिका में कहा गया है कि PUBG हिंसा, आक्रमकता और साइबर बुलिंग को बढ़ावा देता है। साथ ही कोर्ट से महाराष्ट्र सरकार को इस गेम पर बैन लगाने के लिए आदेश देने की अपील की गई है।
PUBG
क्या है PUBG?
प्लेयर अननोन्स बैटलग्राउंड (PUBG) एक कॉम्बैट गेम है, जिसमें 100 प्लेयर्स एयरप्लेन से एक आइलैंड पर उतरते हैं।
वहां पहुंचने पर उन्हें मौजूद घरों और दूसरे स्थानों पर जाकर हथियार, दवाइयां और कॉम्बैट के लिए जरूरी चीजें इकट्ठी करनी होती हैं।
प्लेयर्स को मोटरसाइकिल, कार और किश्ती मिलती है ताकि वह हर जगह जा सकें और अपने विरोधियों को गेम में मारकर आगे बढ़ सकें।
100 लोगों में आखिर तक जिंदा रहने वाला प्लेयर गेम का विजेता बनता है।