12.8 करोड़ से ज्यादा आईफोन यूजर्स बने 'XcodeGhost' मालवेयर का शिकार
क्या है खबर?
बेशक ऐपल डिवाइसेज और इकोसिस्टम को मालवेयर अटैक्स के लिहाज से सुरक्षित माना जाता हो लेकिन चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है।
सामने आया है कि 12.8 करोड़ से ज्यादा iOS यूजर्स सबसे पहले साल 2015 में सामने आए 'XcodeGhost' मालवेयर का शिकार हुए हैं।
इसे ऐप स्टोर में अपलोड की गईं कुछ आईफोन और आईपैड ऐप्स में मालवेयर इंजेक्ट करने के लिए जिम्मेदार माना गया।
मालवेयर से जुड़ी जानकारी एक इंटरनल ईमेल लीक होने के चलते सामने आई है।
रिपोर्ट
डाउनलोड की गईं हजारों इनफेक्टेड ऐप्स
सामने आया है कि 12.8 लाख iOS यूजर्स ने 2,500 से ज्यादा ऐसी ऐप्स डाउनलोड की थीं, जो Xcode की फेक कॉपी वाले मालवेयर से इनफेक्टेड थीं।
मदरबोर्ड की रिपोर्ट पर भरोसा करें तो इन 2,500 इनफेक्टेड ऐप्स को 20.3 करोड़ से ज्यादा बार ऐप स्टोर से डाउनलोड किया गया था।
एक एम्प्लॉयर ने बताया कि मालवेयर का शिकार बने 55 प्रतिशत यूजर्स चीन के हैं और चाइनीज यूजर्स 66 प्रतिशत डाउनलोड्स के लिए जिम्मेदार हैं।
वजह
इसलिए मालवेयर का शिकार बने यूजर्स
रिपोर्ट में कहा गया है कि कई डिवेलपर्स ने इनफेक्टेड Xcode डाउनलोड कर लिया क्योंकि ऐपल के सर्वर्स स्लो थे।
इन डिवेलपर्स ने दूसरे वैकल्पिक डाउनलोड लिंक्स तलाशे, जिसका खामियाजा भुगतना पड़ा।
'एंग्री बर्ड्स 2' जैसी लोकप्रिय ऐप्स और गेम्स भी इस मालवेयर का शिकार बन गए।
ईमेल्स से पता चला है कि मालवेयर का शिकार बने यूजर्स और डिवेलपर्स को इस बारे में चेतावनी देने के लिए कंपनी ने कई इंटरनल डिस्कशंस भी किए।
सुधार
ऐपल ने डिवेलपर्स को चेतावनी दी
कैलिफोर्निया की टेक कंपनी ने यह मामला सामने आते ही डिवेलपर्स से कहा कि वे अपनी ऐप्स को Xcode के जेन्यूइन वर्जन के साथ रीकंपाइल करें।
ऐपल ने Xcode इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया से जुड़ी सुरक्षा और ऐप्स को ऐप स्टोर पर सबमिट करते वक्त किया जाने वाली मालवेयर स्कैनिंग दोनों को बेहतर किया है।
ऐपल डिवेलपर्स के लिए पहले के मुकाबले कड़े नियम लेकर आई है और यूजर्स की प्राइवेसी पर ज्यादा जोर दे रही है।
विवाद
एपिक गेम्स और ऐपल के बीच लीगल टक्कर
सामने आया है, एपिक गेम्स CEO टिक स्वीनी ने ऐपल CEO टिम कुक से कहा था कि वे ऐप स्टोर को दूसरी ऐप्स के लिए ओपेन करें।
दरसअल, ऐपल ने एपिक गेम्स का फोर्टनाइट गेम ऐप स्टोर से पिछले साल अगस्त में हटा दिया था क्योंकि यह गेम इन-गेम पेमेंट सिस्टम का इस्तेमाल कर रहा था।
ऐपल ने इसे नियमों का उल्लंघन माना था क्योंकि इसके चलते ऐप स्टोर इन-ऐप परचेज का कमीशन टेक कंपनी को नहीं मिल रहा था।