OpenAI बग खोजने वालों को देगी 16 लाख रुपये का इनाम, शुरू हुआ बाउंटी प्रोग्राम
क्या है खबर?
टेक कंपनियों के सॉफ्टवेयर में कोई न कोई खामी या बग आती रहती है। इन खामियों का इस्तेमाल कर कई बार हैकर्स सॉफ्टवेयर में सेंध लगाकर यूजर्स का डाटा चोरी करने से लेकर कंपनी को नुकसान तक पहुंचा सकते हैं।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चैटबॉट ChatGPT को बनाने वाली कंपनी OpenAI ने मंगलवार को कहा कि वह अपने AI सिस्टम में खामियों की रिपोर्ट करने वाले यूजर्स को लगभग 16 लाख रुपये तक देगी।
बग
OpenAI का बग बाउंटी प्रोग्राम हुआ लाइव
OpenAI का बग बाउंटी प्रोग्राम मंगलवार को लाइव हो गया। इसमें लोगों द्वारा रिपोर्ट किए जाने वाले बग की गंभीरता के आधार पर उन्हें इनाम दिया जाएगा। इसकी शुरुआत लगभग 16,000 रुपये प्रति खामी से शुरू होगी।
बग बाउंटी प्लेटफॉर्म बगक्राउड के अनुसार, OpenAI ने शोधकर्ताओं को ये रिव्यू करने के लिए आमंत्रित किया है कि ChatGPT का फंक्शन कैसे काम करता है और OpenAI सिस्टम कैसे संवाद करता है और थर्ड-पार्टी ऐप के साथ कैसे डाटा शेयर करता है।
खामी
क्या है बग बाउंटी?
अपने AI सिस्टम में बग का पता लगाने के लिए टेक कंपनियां अक्सर बग बाउंटी जैसे प्रोग्राम आयोजित करती हैं। इसके जरिए टेक कंपनियां प्रोग्रामर्स और एथिकल हैकर्स को अपने सॉफ्टवेयर सिस्टम में बग रिपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित करती हैं।
बग खोजने वाले प्रोग्रामर्स और एथिकल हैकर्स को कंपनियां इनाम के तौर पर पैसे देती हैं।
गूगल जैसी दिग्गज टेक कंपनियां भी बग बाउंटी जैसे प्रोग्राम आयोजित करती हैं और बग खोजने वालों को इनाम देती हैं।
बैन
इटली में बैन के बाद आया OpenAI का बग बाउंटी
OpenAI के बग बाउंटी प्रोग्राम में OpenAI सिस्टम द्वारा तैयार किए गए गलत या दुर्भावनापूर्ण कंटेंट को शामिल नहीं किया गया है।
OpenAI का यह कदम ChatGPT पर गोपनीयता नियमों के संदिग्ध उल्लंघन को लेकर इटली में लगाए गए बैन के कुछ दिनों बाद आया है।
इटली में ChatGPT पर बैन के बाद अन्य यूरोपीय देशों में भी ChatGPT शंका के दायरे में आ गया है और नियामकों ने इस पर बारीकी से नजर रखना शुरू कर दिया है।
रोक
यूजर्स के लिए परेशानी है ChatGPT का गलत जवाब
ChatGPT को बनाने वाली कंपनी OpenAI में माइक्रोसॉफ्ट ने पैसा निवेश किया है। तुरंत जवाब देने की अपनी क्षमता से इसने कई यूजर्स को प्रभावित किया तो कई लोगों को गलत जवाब देने के चलते ये यूजर्स के लिए परेशानी का भी कारण बना।
ChatGPT पर टेक जगत भी दो खेमे में बंटा है। बिल गेट्स जहां इसे क्रांतिकारी खोज बताते हैं, वहीं एलन मस्क सहित कई अन्य टेक जानकार AI के विकास पर रोक की मांग कर रहे हैं।