ऐपल ने कंटेंट मॉडरेशन के भरोसे के बाद ChatGPT से लैस ऐप को दी मंजूरी
ऐपल ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ChatGPT से लैस ईमेल-ऐप को मंजूरी दे दी है। हालांकि, ऐपल ने इसकी जांच की थी कि कहीं यह बच्चों के लिए अनुचित सामग्री तो उत्पन्न नहीं करेगी। ब्लूमेल नाम की इस ऐप को ब्लिक्स नामक कंपनी ने बनाया है। ब्लिक्स के सह-संस्थापक बेन वोलाच के अनुसार, ऐप को उसके डेवलपर के उस आश्वासन के बाद अप्रूव किया गया, जब उसने साफ किया कि इसमें कंटेंट मॉडरेशन की सुविधा है।
ऐपल के अनुरोध के कारण रोका गई थी ऐप
वॉल स्ट्रीट जर्नल ने गुरुवार को बताया कि ऐप के अपडेट में ChatGPT से लैस एक नई सुविधा शामिल की गई थी, लेकिन इसे ऐपल के अनुरोध के कारण रोक दिया गया था। दरअसल, यह ऐप 17 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लिए प्रतिबंधित है। पहले यह ऐप 4 साल और उससे अधिक उम्र के लिए उपलब्ध थी। ब्लिक्स ने ऐपल को बताया कि ब्लूमेल ऐप के अपडेट में कंटेंट मॉडरेशन की भी सुविधा दी गई है।
OpenAI के ChatGPT का इस्तेमाल करती है 'ब्लूमेल'
वॉल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार, ब्लिक्स ने ऐपल को यह भी सुझाव दिया कि ChatGPT या इसके समान अन्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सिस्टम के उपयोग के बारे में नई नीति को सार्वजनिक करनी चाहिए। अपडेटेड ब्लूमेल ऐप को गुरुवार शाम बिना किसी बदलाव के मंजूरी दे दी गई। ऐप अभी भी 4 वर्ष और उससे अधिक उम्र के यूजर्स के लिए उपलब्ध है। रिपोर्ट के अनुसार, ब्लूमेल का नया फीचर OpenAI के ChatGPT का इस्तेमाल करता है।
AI द्वारा दी जाने वाली गलत जानकारियों के चलते ऐपल ने की थी रिजेक्ट?
रिपोर्ट के अनुसार, ऐपल द्वारा ChatGPT से लैस ब्लूमेल ऐप को रिजेक्ट किए जाने की खबर ने लैंग्वेज जनरेटिंग AI टूल के नए उपयोग और इससे जुड़ी कंपनियों की चिंताओं को बढ़ा दिया था। कहा गया कि ChatGPT यूजर्स को AI के साथ बातचीत करने की अनुमति देता है जो मानवीय प्रतीत होता है, लेकिन हाल ही में कई टेस्टिंग में AI ने गलत जानकारियां भी दी हैं और कई बार यह गलत सलाह भी देती है।
ब्लूमेल में ChatGPT का काम
ब्लूमेल के अपडेट में जो ChatGPT से लैस फीचर दिया गया है, उसकी मदद से ऐप सवालों का जवाब देने, निबंध लिखने, पुराने ईमेल और कैलेंडर की ममद से ईमेल लिखने को आसान और बेहतर बनाती है।
AI को लेकर दिग्गज टेक कंपनियों के बीच होड़
ChatGPT के बारे में बताएं तो ये OpenAI कंपनी द्वारा निर्मित ऐसा AI चैटबॉट है जो सवालों का जवाब मानवीय भाषा में देता है। सर्च इंजन की तरह यह जवाब देने के लिए वेबसाइट्स का लिंक नहीं देता। AI के क्षेत्र में मजबूत पकड़ के लिए माइक्रोसॉफ्ट ने OpenAI में काफी पैसा निवेश किया है। दूसरी तरफ गूगल भी अपने प्रतिद्वंदी माइक्रोसॉफ्ट को देखते हुए AI को लेकर काफी सजग है और अपना AI चैटबॉट बार्ड लॉन्च किया है।