नेटफ्लिक्स सब्सक्रिप्शन के लिए एंड्रॉयड पर क्यों नहीं देती इन-ऐप पेमेंट सुविधा?
फोर्टनाइट की निर्माता एपिक गेम्स और गूगल के बीच चल रही मुकदमेबाजी में पता चला है कि गूगल ने वर्ष 2017 में नेटफ्लिक्स को एंड्रॉयड पर इन-ऐप पेमेंट पर विशेष छूट का प्रस्ताव दिया था। इसके तहत गूगल ने नेटफ्लिक्स को सब्सक्रिप्शन से होने वाली आय का 90 प्रतिशत हिस्सा रखने की अनुमति दी थी। नेटफ्लिक्स एकमात्र कंपनी थी, जिसे गूगल ने इस सौदे की पेशकश की थी। इसके बाद भी नेटफ्लिक्स ने गूगल के ऑफर को ठुकरा दिया।
नेटफ्लिक्स सब्सक्रिप्शन के लिए नहीं करती गूगल प्ले सर्विस का इस्तेमाल
नेटफ्लिक्स ने यूजर्स को गूगल प्ले की जगह मोबाइल ब्राउजर के जरिए सब्सक्रिप्शन लेने और पेमेंट करने के लिए कहा। नेटफ्लिक्स के बिजनेस डेवलपमेंट के वाइस प्रेसिडेंट पॉल पेरीमैन ने खुलासा किया कि पहले कंपनी एंड्रॉयड पर इन-ऐप सब्सक्रिप्शन के लिए गूगल को 15 प्रतिशत शुल्क का भुगतान करती थी। बाद में नेटफ्लिक्स ने अपना स्वयं का पेमेंट सिस्टम प्रदान किया तो गूगल को सिर्फ 3 प्रतिशत हिस्सा देना होता था।
गूगल प्रवक्ता ने दिया ये तर्क
गूगल ने पेमेंट के अन्य विकल्पों को पूरी तरह बंद कर दिया। इसके बाद गूगल ने नेटफ्लिक्स को अपने गूगल प्ले बिलिंग (GPB) को स्वेच्छा से अपनाने के लिए 10 प्रतिशत कमीशन पर लुभाने का प्रयास किया। गूगल प्रवक्ता डैन जैक्सन के बयानों के अनुसार, गूगल के लिए विभिन्न डेवलपर्स को अलग-अलग दर प्रदान करना आम बात है। जैक्सन ने बताया कि गूगल प्ले का फ्लेक्सिबल फी स्ट्रक्चर ऐप डेवलपर की जरूरतों और उनके इकोनॉमिक डायनेमिक्स पर विचार करता है।
एपिक बनाम गूगल मुकदमा सामने ला सकता है कई डील
एपिक गेम्स ने 2020 में गूगल के खिलाफ मुकदमा कर आरोप लगाया कि एंड्रॉयड डिवाइसों पर गूगल प्ले स्टोर का अवैध एकाधिकार है। गूगल का कहना है कि एपिक की मांगे एंड्रॉयड के सुरक्षित यूजर्स एक्सपीरियंस प्रदान करने और ऐपल के iOS के साथ प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता को कमजोर करेंगी। इस मुकदमे का नतीजा गूगल ऐप स्टोर को प्रभावित करने के साथ ही नेटफ्लिक्स और स्पॉटिफाई जैसी अन्य कंपनियों के साथ गूगल की सौदेबाजी को सामने ला सकता है।
ऐपल को 15 प्रतिशत राजस्व देने पर सहमत हुई नेटफ्लिक्स
नेटफ्लिक्स को गूगल के 10 प्रतिशत के ऑफर पर भी नुकसान का डर था। नेटफ्लिक्स का मानना था कि सभी एंड्रॉयड इन-ऐप साइनअप GBP के जरिए होने पर कंपनी को 1 वर्ष के कुल साइनअप पर लगभग 2,000 करोड़ रुपये का नुकसान होगा। हालांकि, दिलचस्प बात यह है कि नेटफ्लिक्स ने पहले ऐपल के iOS के साथ 15 प्रतिशत राजस्व शेयर करने वाले एक यूनिक एग्रीमेंट पर सहमति व्यक्त की थी। यह ऐपल की मानक दर का आधा था।