नासा 3 मार्च को लॉन्च करेगी ये 2 बड़े मिशन, जानिए क्या है उद्देश्य
क्या है खबर?
नासा 3 मार्च को SPHEREx और PUNCH नामक 2 महत्वपूर्ण अंतरिक्ष मिशन लॉन्च करने जा रही है।
ये दोनों मिशन स्पेस-X के फाल्कन 9 रॉकेट के जरिए भारतीय समयानुसार 3 मार्च सुबह 08:39 बजे लॉन्च किए जाएंगे।
SPHEREx टेलीस्कोप पूरे ब्रह्मांड को स्कैन करेगा, जबकि PUNCH मिशन सूर्य के बाहरी वातावरण का अध्ययन करेगा। ये मिशन नासा के प्रक्षेपण सेवा कार्यक्रम का हिस्सा हैं, जिसका उद्देश्य विज्ञान से जुड़े अभियानों को कम लागत में अंतरिक्ष में भेजना है।
मिशन
PUNCH मिशन क्या है?
PUNCH एक खास मिशन है, जो सूर्य के बाहरी वातावरण (कोरोना) और सौर हवा को विस्तार से अध्ययन करेगा।
इसमें 4 सैटेलाइट्स शामिल होंगे, जो यह पता लगाएंगे कि सूर्य का बाहरी वातावरण सौर हवा में कैसे बदलता है। सौर हवा अंतरिक्ष में तेज गति से चलने वाले आवेशित कणों का प्रवाह है, जो पृथ्वी के वातावरण और तकनीकी प्रणालियों पर असर डाल सकता है।
यह मिशन वैज्ञानिकों को सौर गतिविधियां और अंतरिक्ष मौसम को समझने में मदद करेगा।
काम
PUNCH मिशन कैसे करेगा काम?
PUNCH मिशन के चारों सैटेलाइट्स मिलकर सूर्य के बाहरी वातावरण की तस्वीरें लेंगे और इसका 360 डिग्री डाटा तैयार करेंगे।
इनमें से 3 सैटेलाइट वाइड-फील्ड इमेजिंग तकनीक का इस्तेमाल करेंगे, जिससे सूर्य के बड़े क्षेत्र की विस्तृत तस्वीरें ली जा सकेंगी। चौथा सैटेलाइट नैरो-फील्ड इमेजर होगा, जो सूर्य के नजदीकी इलाकों को विस्तार से स्टडी करेगा।
यह मिशन सौर तूफानों, सोलर फ्लेयर्स और कोरोनल मास इजेक्शन (CME) जैसी घटनाओं का गहराई से अध्ययन करेगा।
मिशन
SPHEREx मिशन से होगी ब्रह्मांड की उत्पत्ति की खोज
SPHEREx नासा का एक इन्फ्रारेड स्पेस टेलीस्कोप है, जो पूरे आकाश को स्कैन करेगा और ब्रह्मांड की उत्पत्ति से जुड़े रहस्यों को उजागर करेगा।
यह जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) के वाइड-एंगल संस्करण के रूप में काम करेगा। यह टेलीस्कोप आकाशगंगाओं की बनावट, उनके विकास और ब्रह्मांड में जीवन के लिए जरूरी तत्वों को खोजने में मदद करेगा।
मिशन के डाटा से वैज्ञानिकों को समझने में मदद मिलेगी कि पृथ्वी पर पानी और जीवन के लिए जरूरी तत्व कैसे आए।
खासियत
SPHEREx टेलीस्कोप की खासियत
SPHEREx टेलीस्कोप पूरे आकाश को 102 अलग-अलग रंगों की इन्फ्रारेड रोशनी में स्कैन करेगा और 45 करोड़ से ज्यादा आकाशगंगाओं का अध्ययन करेगा।
यह मिशन हर 6 महीने में पूरे आकाश का एक नया नक्शा तैयार करेगा, जिससे वैज्ञानिक यह देख सकेंगे कि आकाशगंगाएं समय के साथ कैसे विकसित होती हैं।
इसकी 3D मैपिंग तकनीक वैज्ञानिकों को यह समझने में मदद करेगी कि ब्रह्मांड में आकाशगंगाएं कैसे फैली हुई हैं और वे समय के साथ कैसे बदली हैं।
उद्देश्य
क्या है SPHEREx मिशन का उद्देश्य?
SPHEREx मिशन का मुख्य उद्देश्य ब्रह्मांड के सबसे बड़े सवालों के जवाब ढूंढना है।
मिशन वैज्ञानिकों को यह समझने में भी मदद करेगा कि ब्रह्मांड के शुरुआती दौर में क्या घटनाएं घटीं और उन्होंने पूरे ब्रह्मांड को कैसे प्रभावित किया।
यह टेलीस्कोप यह भी जांचेगा कि गैस और धूल के बादलों में जीवन के लिए आवश्यक तत्व, जैसे पानी और कार्बन डाइऑक्साइड, कितनी मात्रा में मौजूद हैं। मिशन का डाटा दुनियाभर के वैज्ञानिकों के लिए सार्वजनिक रूप से उपलब्ध होगा।