ये हैं दुनिया के 5 सबसे शक्तिशाली अंतरिक्ष रॉकेट
अंतरिक्ष रॉकेट किसी मिशन की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, क्योंकि वे सैटेलाइट्स, अंतरिक्ष यानों और अन्य उपकरणों को कक्षा में पहुंचाते हैं। रॉकेट की लोडिंग क्षमता और तकनीकी विशेषताएं निर्धारित करती हैं कि कितना वजन और कौन-सा उपकरण अंतरिक्ष में भेजा जा सकता है। शक्तिशाली रॉकेट उच्च ऊंचाई पर जाने और गहरे अंतरिक्ष में यात्रा करने की क्षमता रखते हैं, जिससे मिशन सफलता में निर्धारित होती है। आइए दुनिया के शक्तिशाली रॉकेट के बारे में जानते हैं।
स्पेस लॉन्च सिस्टम (SLS)
स्पेस लॉन्च सिस्टम (SLS) नासा द्वारा विकसित किया गया है और इसकी पहली उड़ान 16 नवंबर, 2021 को अर्टेमिस-I मिशन के तहत हुई थी। यह रॉकेट सामान्य कक्षा में लगभग 95 टन और गहरे अंतरिक्ष में लगभग 27 टन वजन ले जा सकता है। SLS मानव और मानवरहित मिशनों के लिए डिजाइन किया गया है। इसमें 4 RS-25 इंजन और 2 ठोस रॉकेट बूस्टर्स हैं और इसे ओरियन कैप्सूल के साथ लॉन्च किया जाता है।
फाल्कन हेवी
फाल्कन हेवी स्पेस-X का रॉकेट है, जिसने अपनी पहली उड़ान 6 फरवरी, 2018 को भरी थी। यह लगभग 63.8 टन वजन ले जाने की क्षमता रखता है और इसका काम भारी सैटेलाइट्स को कक्षा में भेजना है। फाल्कन हेवी 3 फाल्कन 9 बूस्टर्स से मिलकर बना है, जिनमें से प्रत्येक में 9 रॉकेट इंजन होते हैं। इसकी पहली उड़ान में, स्पेस-X ने टेस्ला रोडस्टर को सफलतापूर्वक कक्षा में भेजा। बूस्टर्स को रियूजेबल बनाया गया है, जिससे यह सस्ता भी है।
सोयुज-2
सोयुज-2 रूस द्वारा विकसित एक रॉकेट है, जिसकी पहली उड़ान 2004 में सोयुज-2.1b के रूप में हुई। इसकी लोडिंग क्षमता लगभग 22 टन है और इसका मुख्य उपयोग अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए अंतरिक्ष यात्रियों और सामान को भेजने में किया जाता है। यह रॉकेट 3 चरणों में काम करता है और ठोस तथा तरल ईंधन का इस्तेमाल करता है। सोयुज रॉकेट का उपयोग सैटेलाइट लॉन्च समेत कुछ अन्य अंतरिक्ष अभियानों के लिए भी किया गया है।
यूरोपीय एरियन 5
यूरोपीय स्पेस एजेंसी (ESA) द्वारा बनाया गया यूरोपीय एरियन 5 रॉकेट की पहली उड़ान 4 जून, 1996 को हुई थी। यह लगभग 21 टन तक वजन ले जाने में सक्षम है और इसका प्रमुख उद्देश्य व्यावसायिक सैटेलाइट्स को कक्षा में स्थापित करना है। इस रॉकेट में 2 ठोस रॉकेट बूस्टर्स और 1 मुख्य चरण होता है, जो तरल ईंधन का उपयोग करता है। इसकी डिजाइन इसे और बेहतर बनाता है, जिससे यह सैटेलाइट लॉन्च करने के लिए अच्छा है।
लॉन्ग मार्च 5
लॉन्ग मार्च 5 चीनी राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन (CNSA) द्वारा विकसित एक रॉकेट है, जिसकी पहली उड़ान 3 जून, 2016 को हुई थी। इसकी लोडिंग क्षमता लगभग 25 टन है और यह चीन के गहरे अंतरिक्ष मिशनों के लिए महत्वपूर्ण है। यह रॉकेट तरल ईंधन का उपयोग करता है, जो इसे भारी लोड उठाने की क्षमता प्रदान करता है। लॉन्ग मार्च 5 का उपयोग चंद्रमा पर लैंडर और मंगल ग्रह पर रोवर भेजने के लिए किया गया है।