UFO के राज से उठेगा पर्दा! NASA इनकी जांच के लिए लाखों खर्च करने को तैयार
अनआइडेंटिफाइड फ्लाइंग ऑब्जेक्ट्स (UFOs) लंबे वक्त से चर्चा का विषय बने हुए हैं और इनके एलियंस से संबंध को लेकर भी चर्चा होती रहती है। साफ नहीं हो सका है कि UFO कैसे होते हैं, कहां से आते हैं और इनमें क्या होता है; और शायद इसीलिए अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA ने इनकी जांच की जिम्मेदारी उठाई है। NASA खुद जांच करेगी कि लोगों को आसमान में UFOs दिखने की घटनाएं क्यों होती हैं और ये UFO क्या होते हैं।
UFOs से जुड़े मौजूदा डाटा का विश्लेषण
Space.com की रिपोर्ट के मुताबिक, NASA की ओर से शुरू की गई जांच का मुख्य मकसद UFOs देखे जाने के मामलों से जुड़े मौजूदा डाटा का विश्लेषण करना है। साथ ही तय किया जाएगा कि भविष्य में ऐसे मामलों से किस तरह और किन तरीकों से डाटा इकट्ठा किया जा सकता है। NASA तय करेगी कि इसके बाद सामने आई जानकारी से UFO और इससे जुड़े दूसरे मामलों को किस तरह देखा जाएगा।
एक लाख डॉलर से ज्यादा का निवेश करेगी एजेंसी
स्टडी का लीड रिसर्चर अंतरिक्ष वैज्ञानिक डेविड स्परगेल को बनाया जाएगा, जो न्यू यॉर्क सिटी में साइमंस फाउंडेशन के डायरेक्टर हैं। माना जा रहा है कि यह स्टडी साल के आखिर में शुरू हो सकती है और NASA ने इस दिशा में बड़ा निवेश करने का मन बनाया है। वहीं, करीब नौ महीने तक चलने वाली इस स्टडी पर आने वाला खर्च 100,000 डॉलर (करीब 80 लाख रुपये) से ज्यादा हो सकता है।
पूरी तैयारी के साथ राज से पर्दा उठाने की कोशिश
SMD में रिसर्च के असिस्टेंट डिप्युटी एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर डेनियल इवांस ने बीते दिनों बताया है कि UAP से जुड़ी स्टडी के लिए 'हम पूरी ताकत झोंकने जा रहे हैं।' उन्होंने कहा, "यह हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण है, इसलिए हम इसपर खास जोर दे रहे हैं।" आपको बता दें, UAP का मतलब यहां 'अनआइडेंटिफाइड एरियल फिनॉमिना' से है। डेनियल की मानें तो स्टडी पैनल में 15 से 17 लोग शामिल हो सकते हैं, जिनमें वैज्ञानिक और डाटा एक्सपर्ट्स जैसे लोग होंगे।
न्यूजबाइट्स प्लस
भारत में UFO दिखने का सबसे नया मामला पिछले साल जनवरी का है, जब लुधियाना के कुछ लोगों ने आसमान में अजीब सी चीज देखने की बात कही। दिसंबर, 2021 में भी ऐसा ही एक मामला रिकॉर्ड किया गया था।
क्या होता है UFOs का मतलब?
आसान भाषा में समझें तो अनआइडेंटिफाइड फ्लाइंग ऑब्जेक्ट्स (UFOs) उन अजीब स्पेसशिप्स को कहा जाता है, जो हमारे ग्रह से जुड़े नहीं होते और जिनकी पहचान नहीं की जा सकती। ऐसी उड़नतश्तरियां या UFOs देखने की कई घटनाएं हर साल सामने आती हैं, लेकिन इनमें से किसी को भी आधिकारिक रूप से कन्फर्म नहीं किया गया है। खास बात यह है कि धरती पर कुछ एक ऐसी जगहें हैं, जहां ऐसे ऑब्जेक्ट्स दिखने की घटनाएं अक्सर होती हैं।
अब तक नहीं हुई UFOs के सच होने की पुष्टि
दुनिया की अंतरिक्ष एजेंसियों और अंतरिक्ष वैज्ञानिकों की ओर से UFOs के सच होने की पुष्टि नहीं की गई है। हालांकि, UFOs के सच होने को से जुड़े दावे को पूरी तरह नकारा भी नहीं जा सकता। UFOs से जुड़ी ढेरों घटनाओं की जांच आज भी चल रही है और अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी पेंटागन भी इसकी जांच कर रही है। नई स्टडी के परिणाम UFOs में भरोसा करने वालों और एलियंस को मानने वालों को भी प्रभावित कर सकते हैं।