मेटा 40,000 लोगों के साथ मिलकर करेगी 2024 के चुनावी कंटेंट की मॉनिटरिंग और फैक्ट चेकिंग
मेटा और उसके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर कुछ खास राजनीतिक दलों के कंटेंट को प्राथमिकता देने और बाकी दलों के कंटेंट को प्लेटफॉर्म से हटाने और लोगों के विचारों को प्रभावित करने जैसे आरोप लगते रहे हैं। अब मेटा की कंटेंट पॉलिसी की ग्लोबल वॉइस प्रेसिडेंट मोनिका बिकर्ट ने कहा कि उनकी कंपनी भारत में 2024 में होने वाले आम चुनावों से पहले तैयार होने वाले विभिन्न तरह के राजनीतिक कंटेंट को संभालने के लिए तैयार है।
छंटनी के बीच मेटा का फैसला
बिकर्ट ने ये बात तब कही है जब मेटा ने अब तक हजारों कर्मचारियों की छंटनी की है और अभी कई टीमों में 2023 में ही लोगों को निकाला जाना है। इधर, कंटेंट मॉनिटरिंग के लिए मेटा बेहतर टेक्नोलॉजी के साथ ही कई लोगों को डायरेक्ट और थर्ड पार्टी कंपनियों के जरिए नौकरी पर रख रही है। मेटा ने नवंबर, 2022 में अपने कुल कर्मचारियों की संख्या से 11,000 यानी 13 प्रतिशत लोगों को निकाल दिया था।
40,000 लोग करेंगे फैक्ट चेकिंग और कंटेंट की जांच
इस साल की शुरुआत में मेटा ने 10,000 और कर्मचारियों की छंटनी की घोषणा की है। मेटा ने भारत में खुद और थर्ड पार्टी कंपनियों के जरिए लगभग 40,000 लोगों को नौकरी पर रखा है, जिससे गलत खबरों की फैक्ट चेकिंग और फर्जी सूचनाओं को रोकने पर काम किया जा सके। बिकर्ट ने कहा कि उनकी भारत में 11 फैक्ट-चेकिंग संस्थाओं के साथ साझेदारी भी है। हालांकि, मेटा के कम्युनिटी स्टैंडर्ड के उल्लंघन की जांच प्रक्रिया काफी जटिल है।
टूल का भी होगा इस्तेमाल
बिकर्ट ने ET को बताया कि भारत में आम चुनाव नजदीक होने के साथ ही कंपनी की योजना ऐसे टूल इस्तेमाल करने की है जो कंटेंट की पहचान करने के साथ ही मेटा के प्लेटफॉर्म फेसबुक, इंस्टाग्राम पर वायरल होने वाले कंटेंट के किसी भी ट्रेंड की पहचान करेंगे। उन्होंने कहा, "यदि कोई खास कंटेंट वायरल हो रहा है तो हम उसकी पहचान कर सकते हैं और उस पर कड़ी नजर रख सकते हैं।"
मैलवेयर की पहचान के लिए थर्ड पार्टी ऐप का मिलेगा विकल्प
बिकर्ट के मुताबिक, मेटा ने बीते 2 महीनों में 1,000 से अधिक मैलेसियस लिंक्स को अपने प्लेटफॉर्म पर शेयर होने से रोका है। उनके मुताबिक, कंपनी ने इस मैलेसियस लिंक्स के जरिए यूजर्स के अकाउंट में सेंध लगाने के मामलों में भी वृद्धि देखी है। बिकर्ट ने कहा कि इस तरह के जाल में फंसने वाले यूजर्स की मदद के लिए मेटा मैलवेयर और स्पाइवेयर की पहचान करने और उसे हटाने के लिए थर्ड पार्टी ऐप का विकल्प प्रदान करेगा।