कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण की तैयारियां शुरू, इस मोबाइल ऐप पर करना होगा पंजीयन
क्या है खबर?
देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में धीरे-धीरे कमी आने के साथ वैक्सीन पर भी तेजी से काम हो रहा है।
अमेरिकी फार्मा कंपनी फाइजर सहित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) और भारत बायोटेक ने अपनी-अपनी वैक्सीनों के आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) को आवेदन भेज दिया है।
ऐसे में अब देश में जल्द ही टीकाकरण अभियान शुरू होने की उम्मीद है और सरकार ने भी इसकी तैयारी शुरू कर दी है।
ऐप
टीकाकरण अभियान की निगरानी के लिए सरकार ने बनाया ऐप
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को कहा कि देश में कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण कार्यक्रम की पूरी जानकारी अभी सामने नहीं आई है, लेकिन इसकी निगरानी के लिए सरकार ने को-विन (Co-WIN) मोबाइल ऐप तैयार किया है।
लोग इस मुफ्त में डाउनलोड कर सकेंगे। यह ऐप इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क (IVIN) का अपग्रेड वर्जन है। इसके जरिए टीकाकरण अभियान की शुरू से आखिर तक निगरानी की जाएगी।
उपयोगी
टीकाकरण प्रक्रिया में लगे लोगों के लिए बहुत उपयोगी होगा ऐप
स्वास्थ्य सचिव भूषण ने बताया कि को-विन ऐप टीकाकरण प्रक्रिया से जुड़े प्रशासक, वैक्सीन लगाने वाले और वैक्सीन प्राप्त करने वालों के लिए बहुत उपयोगी होगा।
टीकाकरण के पहले दो चरणों में प्राथमिकता समूहों को वैक्सीन दी जाएगी। इसमें पहले चरण में चिकित्सा सेवा पेशेवर और फ्रंटलाइन कार्यकर्ता और दूसरे चरण में आपात सेवाओं से जुड़े लोगों को वैक्सीन दी जाएगी। इसके लिए सरकार ने इन लोगों का पूरा डाटा एकत्र कर लिया है।
पंजीयन
को-विन ऐप के जरिए ही वैक्सीन के लिए पंजीयन करा सकेंगे गंभीर मरीज
स्वास्थ्य सचिव भूषण ने बताया कि तीसरे चरण में अन्य गंभीर बीमारियों के साथ कोरोना से संक्रमित लोगों को वैक्सीन दी जाएगी, लेकिन इस तरह के सभी लोगों का डाटा सरकार के पास नहीं है।
ऐसे में ऐसे मरीज को-विन ऐप के जरिए ही वैक्सीन पाने के लिए खुद का पंजीयन करा सकेंगे।
इससे उन सभी लोगों का डाटा सरकार के पास आ जाएगा और उन्हें समय रहते वैक्सीन लगा दी जाएगी। इससे वह कोरोना महामारी से बच सकेंगे।
मॉड्यूल
को-विन ऐप में हैं पांच मॉड्यूल- भूषण
स्वास्थ्य सचिव भूषण ने बताया कि को-विन ऐप में प्रशासनिक, पंजीकरण, टीकाकरण, वैक्सीन प्राप्त करने वाले लाभार्थी और रिपोर्ट मॉड्यूल हैं।
प्रशासनिक मॉड्यूल में टीकाकरण सत्रों का संचालन करने वाले अधिकारी शामिल होंगे। इसके तहत वह टीकाकरण सत्र बनाने के साथ वैक्सीन लगाने वालों और प्रबंधकों को सूचित कर सकेंगे।
इसी तरह पंजीकरण मॉड्यूल में गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीज चिकित्सकों द्वारा दी गई बीमारी की रिपोर्ट अपलोड कर पंजीयन कर सकेंगे।
अन्य मॉड्यूल
अन्य मॉड्यूल का यह होगा फायदा
स्वास्थ्य सचिव भूषण ने बताया टीकाकरण मॉड्यूल में वैक्सीन प्राप्त करने वालों का डाटा अपडेट किया जाएगा और टीकाकरण की मौजूदा स्थिति की जानकारी अपलोड की जाएगी।
इसके अलावा वैक्सीन प्राप्त करने वाले लाभार्थी मॉड्यूल में लाभार्थियों को मैसेज और QR कोड आधारित प्रमाण पत्र भेजा जाएगा।
इसी तरह रिपोर्ट मॉड्यूल में यह जानकारी अपडेट की जाएगी कि टीकाकरण के कितने सत्र आयोजित किए गए और कितनों ने इसमें भाग लिया।
जानकारी
ऐप के जरिए वैक्सीन के कोल्ड स्टोरेज की जानकारी भी मिलेगी
स्वास्थ्य सचिव भूषण ने बताया कि ऐप के मुख्य सर्वर पर वैक्सीन के कोल्ड स्टोरेज के तापमान और रियल टाइम डाटा भी अपडेट किया जाएगा। इससे वैक्सीन के मौजूदा स्थिति की जानकारी भी मिलती रहेगी। यह बहुत कारगर साबित होगा।
टीकाकरण
आवश्यकता वाले हर व्यक्ति को लगाई जाएगी वैक्सीन- भूषण
स्वास्थ्य सचिव भूषण ने बताया कि देश में आवश्यकता वाले प्रत्येक व्यक्ति को वैक्सीन उपलब्ध कराई जाएगी।
इसमें एक करोड़ स्वास्थ्य कार्यकर्ता, दो करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स और 27 करोड़ अधिक उम्र और पुरानी बीमारियों से ग्रसित लोग शामिल है।
उन्होंने कहा कि सरकार यह भी निश्चित करेगी कि टीकाकरण क्रम के अनुसार न हो। इसके लिए वैक्सीन की उपलब्ध और आवश्यकता के अनुसार टीकाकरण किया जाएगा। यह बड़ी चुनौती होगा।
संक्रमण
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में बीते दिन कोरोना वायरस से संक्रमण के 26,567 नए मामले सामने आए और 385 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा।
इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 97,03,770 हो गई है। इनमें से 1,40,958 लोगों को इस खतरनाक वायरस के संक्रमण के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है।
अगर सक्रिय मामलों की बात करें तो इनकी संख्या घटकर 3,83,866 हो गई है। देश में पिछले कई दिनों से सक्रिय मामले घट रहे हैं।