ब्रिटेन में फाइजर की वैक्सीन से बिगड़ी दो की तबीयत, सरकार ने जारी की चेतावनी
क्या है खबर?
ब्रिटेन में गत दिनों फाइजर की कोरोना वायरस वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिलने के बाद मंगलवार से स्वास्थ्यकर्मी और अधिक उम्र के लोगों पर इसका उपयोग शुरू हो गया।
हालांकि, उपयोग के 24 घंटे बाद ही दो स्वास्थ्यकर्मियों की तबीयत बिगड़ गई। इससे वहां के स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया।
इसको देखते हुए बुधवार को ब्रिटिश सरकार को वैक्सीन के उपयोग को लेकर चेतावनी जारी करनी पड़ी है।
मंजूरी
फाइजर को गत 3 दिसंबर को मिली थी आपतकालीन उपयोग की मंजूरी
बता दें कि फाइजर ने वैक्सीन के 95 प्रतिशत प्रभावी मिलने पर गत 21 नवंबर को अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम में इसके आपातकालीन उपयोग की मंजूरी के लिए आवेदन किया था।
इस पर समीक्षा के बाद 3 दिसंबर को UK ने फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे दी थी।
इसके साथ ही UK फाइजर की वैक्सीन को मंजूरी देने वाला दुनिया का पहला देश और पहला पश्चिमी देश भी बन गया था।
उपयोग
ब्रिटेन में मंगलवार से शुरू हुआ था वैक्सीन का आपातकालीन उपयोग
वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिलने के बाद ब्रिटने के स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार देश में बुजुर्ग और फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं के साथ इसका टीकाकरण शुरू किया था।
इसके बाद दो स्वास्थ्य कर्मियों को एलर्जिक रिएक्शन की शिकायत हुई थी। उनकी शिकायत ने ब्रिटिश सरकार की चिंता बढ़ा दी और स्वास्थ्य अधिकारियों को मामले को देखने के निर्देश दिए गए थे। हालांकि, वर्तमान में दोनों स्वास्थ्यकर्मियों की सेहत में सुधार हो रहा है।
चेतावनी
ब्रिटिश सरकार ने एहतियात के तौर पर जारी की चेतावनी
राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा के चिकित्सा निदेशक स्टीफन पॉविस ने कहा कि दोनों स्वास्थ्यकर्मियों को एलर्जी होने की शिकायत थी।
इसको देखते हुए देशभर में चेतावनी जारी की गई है कि जिन लोगों को किसी दवा, भोजन या वैक्सीन से एलर्जी है वह फाइजर की वैक्सीन न लगवाएं।
इसी तरह मेडिसिन्स एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी (MHRA) ने टीकाकरण के लिए बनाए गए सभी 50 केंद्रों को भी एलर्जी वाले मरीजों को वैक्सीन नहीं देने के आदेश दिए हैं।
बयान
क्लिनिकल ट्रायल में नहीं आई थी ऐसी शिकायत- राईन
MHRA के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) जून राईन ने कहा कि मंगलवार शाम को वैक्सीन लगने के बाद दो मामलों में एलर्जी की शिकायत सामने आई है। वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल में इस तरह की समस्या नहीं थी।
इधर, मामले को लेकर फाइजर का कहना है कि उनके अंतिम चरण के ट्रायल में गंभीर एलर्जी वाले वॉलेंटियरों का शामिल नहीं किया गया था। इसके कारण इस तरह की समस्या का पता नहीं लग पाया है।
संभावना
ब्रिटेन में 70 लाख से अधिक लोगों को है एलर्जी की शिकायत
MHRA के अनुसार, ब्रिटेन में गंभीर एलर्जी का इतिहास रखने वाले लोगों की सही संख्या का कोई आंकड़ा नहीं है। संभावना जताई जा रही है कि देश में करीब 70 लाख से अधिक लोगों को भोजन, दवा या वैक्सीन से एलर्जी हो सकती है।
ऐसे में यदि इन लोगों को फाइजर की वैक्सीन लगाई जाती है तो उसके गंभीर दुष्परिणाम देखने को मिल सकते हैं। इसी को देखते हुए सरकार ने तत्काल कदम उठाते हएु चेतावनी जारी की है।
जानकारी
ब्रिटेन में आठ लाख लोगों को दी जाएगी वैक्सीन
MHRA के अनुसार आपातकाली उपयोग के तहत देश में पहले चरण में आठ लाख लोगों को फाइजर की वैक्सीन दी जाएगी। इसके परिणाम आने के बाद दूसरे चरण की योजना बनाई जाएगी। वर्तमान में प्रतिदिन 5,000 से 7,000 लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है।