स्मार्टफोन निर्यात में भारत को चीन और वियतनाम से पिछड़ने का सता रहा डर
स्मार्टफोन निर्यात के मामले में भारत को चीन और वियतनाम से पिछड़ने का डर सता रहा है। इसे देखते हुए सूचना और प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने टैक्स में कटौती कर विदेशी कंपनियों को आकर्षित करने के लिए जल्द कदम उठाने को कहा है। बता दें कि अर्थव्यवस्था में जान फूंकने और रोजगार के मौके सृजित करने के लिए मोदी सरकार स्मार्टफोन उत्पादन पर विशेष जोर दे रही है। यहां सालाना आधार पर स्मार्टफोन उत्पादन 16 प्रतिशत बढ़ा है।
वित्त मंत्रालय को भेजी चिंताएं
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, 3 जनवरी को राजीव चंद्रशेखर ने वित्त मंत्रालय को एक पत्र भेजकर अपनी चिंताओं से अवगत कराया था। इसमें उन्होंने लिखा कि प्रमुख उत्पादन केंद्रों की तुलना में भारत में अधिक टैरिफ के कारण उत्पादन लागत अधिक है। भूराजनैतिक बदलाव के चलते सप्लाई चैन चीन से बाहर जा रही है। ऐसे में जल्द कदम उठाने की जरूरत है। ऐसा नहीं किया गया तो ये मौके वियतनाम, मेक्सिको और थाईलैंड जा सकते हैं।
भारत की तुलना में चीन और वियतनाम कहां है?
चंद्रशेखर ने अपने पत्र में बताया कि कैसे वियतनाम और चीन ने कम टैक्स की मदद से अपने निर्यात को बढ़ाया है। पिछले साल भारत में स्मार्टफोन उत्पादन में केवल 25 प्रतिशत को बाहर भेजा गया। इसकी तुलना में चीन ने पिछले साल अपने उत्पादन का 63 प्रतिशत और वियतनाम ने 95 प्रतिशत निर्यात किया है। भारत 2029 तक वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन में 25 प्रतिशत हिस्सेदारी चाहता है, लेकिन अभी तक यह 4 प्रतिशत ही है।