वैज्ञानिकों ने कैंसर के इलाज के लिए बनाई एक्स-रे मशीन, जानें इसकी खासियत
परमाणु हथियारों पर शोध करने वाले चीन के शोधकर्ताओं के एक समूह ने 'फ्लैश' नामक एक शक्तिशाली रेडिएशन प्रणाली का निर्माण किया है। यह अत्यधिक उच्च-ऊर्जा रेडिएशन प्रदान कर सकता है और पारंपरिक रेडियोथेरेपी में क्रांति लाने की क्षमता रखता है। प्रोटोटाइप रेडिएशन स्रोत के रूप में एक्स-रे का उपयोग करते हैं, नई प्रणाली पारंपरिक रेडियोथेरेपी के प्रति मिनट 0.5 से 20Gy से कहीं अधिक उत्पन्न करती है। भविष्य में यह कैंसर के इलाज में काफी उपयोगी होगा।
रेडियोथेरेपी के लिए अहम क्षेत्र है फ्लैश
फ्लैश रेडियोथेरेपी तकनीक का सबसे रोमांचक क्षेत्र है और वैज्ञानिक, चिकित्सक और इंजीनियर इसके विकास पर जोर दे रहे हैं। वैज्ञानिकों ने 1960 के दशक में पहली बार देखा कि बैक्टीरिया पारंपरिक तीव्रता की तुलना में रेडिएशन की अत्यधिक उच्च तीव्रता के प्रति अधिक प्रतिरोधी थे। 2014 में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चला कि रेडिएशन की अत्यधिक उच्च तीव्रता एंटी-ट्यूमर प्रभाव पैदा कर सकती है, लेकिन सामान्य ऊतकों को काफी कम नुकसान पहुंचाती है।
बिना दुष्प्रभाव के टयूमर्स को किया जा सकेगा खत्म
नए फ्लैश तकनीक की खासियत यह है कि इसमें ट्यूमर को अधिक प्रभावी ढंग से खत्म करने और रेडियोथेरेपी के डराने वाले दुष्प्रभावों को काफी हद तक कम करने की क्षमता है। नई तकनीक रेडिएशन स्रोत मुख्य रूप से प्रोटॉन या इलेक्ट्रॉनों पर के जगह फोटॉन या एक्स-रे का उपयोग करती है। इस तरह का एक्स-रे मशीन पूर्ण रूप से उपलब्ध होने पर कैंसर का इलाज और सरल हो जाएगा, जिसका दुष्प्रभाव भी पहले की अपेक्षा कम होगा।