एंड्रॉयड में भी ऐपल जैसा एंटी-ट्रैकिंग प्राइवेसी फीचर देगी गूगल
क्या है खबर?
सर्च इंजन कंपनी गूगल अपने मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रॉयड में नया प्राइवेसी फीचर शामिल कर सकती है।
एंड्रॉयड में मिलने वाला एंटी-ट्रैकिंग फीचर बिल्कुल वैसा ही होगा, जैसा ऐपल अपने iOS और आईपैडOS ऑपरेटिंग सिस्टम में लेकर आई है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, सर्च इंजन कंपनी इस बात पर चर्चा कर रही है कि किस तरह एंड्रॉयड में यूजर्स के डाटा कलेक्शन और क्रॉस-ऐप ट्रैकिंग पर लगाम लगाई जा सकती है।
रिपोर्ट
डिवेलपर्स की कमाई का भी ध्यान
रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल की कमाई का सबसे बड़ा जरिया इसकी ऐड्स सेल्स है और ऐप डिवेलपर्स की जरूरतें समझते हुए, कंपनी प्राइवेसी पर ज्यादा ध्यान देने वाले यूजर्स और डिवेलपर्स की कमाई दोनों का ध्यान रखने की कोशिश करेगी।
इसका मतलब है कि गूगल के प्राइवेसी से जुड़े नियम ऐपल जितने कड़े नहीं होंगे।
कैलिफोर्निया की टेक कंपनी ऐपल ने उन ऐप्स को ऐप स्टोर से हटाने का फैसला किया है, जो प्राइवेसी स्टैंडर्ड का पालन नहीं करतीं।
फीचर
यूजर्स से अनुमति मिलने के बाद ट्रैकिंग
ऐपल के नए एंटी-ट्रैकिंग फीचर का नाम 'ऐप ट्रैकिंग ट्रांसपैरेंसी' रखा गया है।
इसके बाद ऐप्स पहले की तरह थर्ड-पार्टी प्लेटफॉर्म्स पर यूजर्स का डाटा नहीं जुटा पाएंगी और टारगेटेड ऐड नहीं दिखाएंगी।
इस फीचर के आने के बाद ऐप्स को यूजर से अनुमति लेनी होगी और पूछना होगा कि क्या वे थर्ड-पार्टी प्लेटफॉर्म्स से अपना डाटा शेयर करना चाहते हैं।
एंड्रॉयड में भी जल्द इससे मिलता-जुलता फीचर देखने को मिल सकता है।
नाराजगी
फेसबुक जैसी ऐप्स ने जताई नाराजगी
ऐपल की ओर से उठाया गया कदम फेसबुक जैसी बड़ी डिजिटल एडवर्टाइजिंग कंपनियों को पसंद नहीं आया है।
दरअसल, ज्यादातर यूजर्स ऐप्स को ट्रैकिंग की अनुमति नहीं देंगे, जिसका असर उनकी ऐडवर्टाइजमेंट सेल्स पर पड़ेगा।
फेसबुक ने आरोप लगाए थे कि यह ऐपल की ओर से जबरदस्ती दिया जा रहा अपडेट है और इसके बाद बिजनेस पर्सनलाइज्ड ऐड यूजर्स को नहीं दिखा पाएंगे।
सोशल मीडिया साइट का कहना है कि इससे छोटे बिजनेस और डिवेलपर्स को नुकसान होगा।
गूगल
सख्त नहीं होंगे गूगल के नियम
सर्च इंजन कंपनी के तौर पर गूगल खुद भी यूजर्स का डाटा उन्हें ऐड दिखाने के लिए जुटाती है, इसलिए एंड्रॉयड में मिलने वाला प्राइवेसी फीचर सीधे डिवेलपर्स पर असर नहीं डालेगा।
ब्लूमबर्ग रिपोर्ट की मानें तो गूगल के प्राइवेसी फीचर में यूजर्स के सामने ट्रैकिंग का हिस्सा ना बनने से जुड़ा प्रॉम्ट मेसेज नहीं आएगा।
संभव है कि डिवाइस सेटिंग्स में जाकर फीचर में बदलाव करने और डाटा ट्रैकिंग प्रोग्राम से बाहर निकलने का विकल्प यूजर्स को दिया जाए।