लोकेशन ट्रैक करने वाले ऐप्स को गूगल और ऐपल ने दी चेतावनी
क्या है खबर?
यूजर्स की लोकेशन ट्रैक करने वाले ऐप्स के खिलाफ गूगल और ऐपल ने कड़ा रुख अपनाया है।
एंड्रॉयड और iOS दोनों मोबाइल प्लैटफॉर्म्स पर कई ऐप्स यूजर्स का लोकेशन डेटा जुटाते हैं।
गूगल और ऐपल दोनों ने ऐप डिवेलपर्स से X-मोड लोकेशन ट्रैकिंग कोड ऐप्स से हटाने के लिए कहा है।
ऐसा करने के लिए ऐप स्टोर और प्ले स्टोर पर मौजूद ऐप्स के डिवेलपर्स को दो सप्ताह का वक्त दिया गया है।
चेतावनी
बात नहीं मानने पर हटाए जाएंगे ऐप्स
ऐपल और गूगल ऐप डिवेलपर्स से लोकेशन ट्रैक करने वाले कोड हटाने के लिए कह रहे हैं।
गूगल ने डिवेलपर्स को सात दिन का वक्त दिया है और उन्हें 30 दिन तक रिमूवल पीरियड बढ़ाने का विकल्प भी मिल रहा है।
वहीं, ऐपल ने ट्रैकिंग कोड हटाने के लिए दो हफ्ते का वक्त डिवेलपर्स को दिया है।
अगर डिवेलपर्स ऐसा नहीं करते हैं तो उनके ऐप्स को एंड्रॉयड और iOS के स्टोर्स से हटा दिया जाएगा।
वजह
क्यों हटवाया जा रहा है लोकेशन ट्रैकिंग कोड?
गूगल और ऐपल दोनों की ओर से ऐसा करने की वजह नहीं बताई गई है।
यह फैसला यूजर्स के लिए अच्छा है और उनकी प्राइवेसी बेहतर करेगा। इससे ऐप्स बैकग्राउंड में यूजर्स का लोकेशन डेटा ऐक्सेस नहीं कर पाएंगे।
X-मोड कोड ऐप्स में दिया जाने वाला एक सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट किट (SDK) है, जिसकी मदद से ऐप्स यूजर का लोकेशन डेटा जुटाते हैं।
यूजर्स का डेटा X-मोड के साथ शेयर किया जाता था, जिसके बदले डिवेलपर्स की कमाई होती थी।
परमिशन
यूजर्स की परमिशन लेना है जरूरी
X-मोड का कहना है कि इसकी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करीब 400 ऐप्स कर रहे हैं।
इसका कोड मोबाइल ऐप से वैसा ही लोकेशन डेटा जुटाता है, जैसे ज्यादातर विज्ञापन दिखाने वाले SDK करते हैं।
एंड्रॉयड और iOS दोनों पर ही लोकेशन डेटा जुटाने के लिए ये SDK यूजर्स की परमिशन लेते हैं।
अगर यूजर ऐप को लोकेशन से जुड़ा डेटा जुटाने की परमिशन नहीं देता, तो यह टेक्नोलॉजी पूरी तरह बेकार है।
ध्यान दें
ऐप्स को सोच-समझकर दें परमिशन
नया फोन सेटअप करते वक्त अगर कोई ऐप आपसे ढेर सारे परमिशन मांगता है, जो उसके काम करने के लिए जरूरी नहीं हैं तो आप परमिशन देने से मना कर सकते हैं।
प्राइवेसी आपके लिए महत्वपूर्ण है तो किसी ऐप को पहली बार ओपन करने के बाद मांगी जा रही परमिशंस में 'डोंट अलाउ' का विकल्प चुना जा सकता है।
हालांकि, ऐप के काम करने के लिए कुछ परमिशन्स मिलना जरूरी होता है, जिन्हें देने पर ही ऐप काम करेगा।