गूगल लेंस से अब पता लग जाएगी त्वचा से जुड़ी बीमारी, ये है तरीका
क्या है खबर?
स्मार्टफोन और स्मार्टवॉच पहले से ही हेल्थ से जुड़ी कई चीजें ट्रैक कर रहे हैं और लोगों को सचेत रखने का काम करते हैं।
अब गूगल लेंस से त्वचा से जुड़ी बीमारी या समस्या का भी पता लगाया जा सकता है।
गूगल के कीवर्ड ब्लॉग पर अपलोड की गई एक पोस्ट में बताया गया है कि अब त्वचा से जुड़ी कोई भी समस्या दिखने पर उसकी तस्वीर अपलोड कर पता लगा सकते हैं कि क्या दिक्कत है।
निदान
बीमारी के नाम के साथ अन्य जानकारी देता है गूगल लेंस
गूगल लेंस बीमारी का चिकित्सीय निदान तो नहीं करता, लेकिन त्वचा में हुई समस्या की जानकारी देने में मदद कर सकता है।
इसके जरिए उन दिक्कतों का भी पता लगाया जा सकता है, जिनके बारे में यूजर को मालूम भी नहीं है कि उस बीमारी को क्या कहते हैं।
उदाहरण के लिए किसी की त्वचा में लाल दाने पड़े हैं तो उसकी फोटो डालते ही लेंस बीमरी के नाम के साथ ही उससे जुड़ी अन्य जानकारी भी बता देगा।
बार्ड
गूगल ने की थी लेंस को बार्ड के साथ इंटीग्रेट करने की बात
गूगल ने अपने वार्षिक I/O कार्यक्रम में कई प्रोडक्ट को AI और बार्ड से लैस करने के लिए कहा था। गूगल लेंस को भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चैटबॉट बार्ड के साथ इंटीग्रेट करने की बात कही थी।
बार्ड में इनपुट के तौर पर अपलोड की गई तस्वीरों को समझने में लेंस उसकी मदद करता है। बार्ड में कोई तस्वीर अपलोड किए जाने पर लेंस की मदद से वह उस तस्वीर की पहचान करता है और जवाब देता है।
गूगल
त्वचा से जुड़ी समस्या का ऐसे लगाएं पता
यूजर्स अपने मोबाइल पर गूगल ऐप खोलें और सर्च बार के दाईं तरफ एक कैमरे के रूप में दिखने वाले लेंस बटन पर टैप करें।
लेंस बटन पर टैप करते ही एक कैमरा चालू हो जाएगा।
अब अपने प्रभावित त्वचा की फोटो खीचें और सर्च बटन पर टैप करें। अब खींची गई तस्वीर से मिलती-जुलती कई तस्वीर दिखेंगी। जो तस्वीर आपकी समस्या से मिलती दिखे, उस पर क्लिक कर उससे जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
जानकारी
पहले से खींची गई तस्वीर की भी पा सकते हैं जानकारी
पहले से खींची गई या व्हाट्सऐप से मंगाई गई तस्वीर के बारे में भी गूगल लेंस के जरिए जानकारी पा सकते हैं। गूगल लेंस ऑन करते ही फोन में पहले से मौजूद तस्वीर नीचे दिखेंगी। उन पर क्लिक कर उससे जुड़ी जानकारी पा सकते हैं।
अपडेट
बार्ड और ChatGPT तेजी से हो रहे हैं अपडेट
बार्ड और ChatGPT तेजी से अपडेट हो रहे हैं। पिछले हफ्ते गूगल ने बार्ड की एक और क्षमता पेश की, जो स्वयं कोड लिखने, उसे लागू करने और टेस्टिंग की अनुमति देती है।
जटिल गणितीय समस्याओं को प्रोग्राम करने और हल करने की बार्ड की क्षमता में भी सुधार हुआ है।
गूगल ने I/O इवेंट में AI आधारित 'हेल्प मी राइट' फीचर की भी घोषणा की थी। जीमेल के लिए 'हेल्प मी राइट' उपलब्ध हो गया है।