
जीमेल के अरबों यूजर्स पर फिशिंग हमले का खतरा, गूगल ने जारी की चेतावनी
क्या है खबर?
गूगल ने अपने 3 अरब जीमेल यूजर्स को अलर्ट किया है।
कंपनी ने बताया कि एक नया, बहुत ही चालाक फिशिंग घोटाला सामने आया है, जो असली ईमेल जैसा दिखता है और लोगों को धोखा देने के लिए गूगल के ही सिस्टम का इस्तेमाल करता है।
रिपोर्ट के अनुसार, डेवलपर निक जॉनसन ने भी कहा है कि उन्हें एक नकली ईमेल मिला जिसमें सम्मन की बात कही गई थी और वह गूगल के असली पते से भेजा गया था।
ठगी
ऐसे ठगी करते हैं जालसाज
यह ठगी एक वैध दिखने वाले ईमेल के जरिए की जाती है, जो sites.google.com से आता है लेकिन दिखता accounts.google.com जैसा है।
इस लिंक पर क्लिक करने पर तुरंत एक नकली 'सपोर्ट पोर्टल' खुलता है, जो हूबहू गूगल के असली लॉगिन पेज जैसा दिखता है।
इसका मकसद यूजर्स से उनका यूजरनेम और पासवर्ड चुराना होता है, जिसे बाद में साइबर अपराधी उनके अकाउंट में घुसने के लिए इस्तेमाल करते हैं।
सलाह
टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन और पासकी अपनाना बेहद जरूरी
गूगल ने कहा है कि वह इस तरह के साइबर हमलों से बचने के लिए सुरक्षा उपाय कर चुका है, लेकिन यूजर्स को खुद भी सतर्क रहना चाहिए।
कंपनी ने 2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन और पासकी जैसे सुरक्षित विकल्प अपनाने की भी सलाह दी है।
ये ऐसे महत्वपूर्ण सुरक्षा उपाय हैं, जो सिर्फ पासवर्ड पर निर्भर नहीं रहते और हैकर्स को लॉगिन करने से रोकते हैं, चाहे उनके पास पासवर्ड क्यों न हो।
पहचान और सुरक्षा
कैसे पहचानें फर्जी ईमेल और कैसे बचें?
ऐसे फिशिंग ईमेल में अक्सर अस्पष्ट ग्रीटिंग, जल्दबाजी दिखाने वाला लहजा और तुरंत कार्रवाई की मांग करने वाले लिंक होते हैं।
अगर किसी ईमेल में निजी जानकारी मांगी जाए या किसी लिंक पर क्लिक करने को कहा जाए, तो सतर्क रहें।
टेक दिग्गज कंपनी का कहना है कि ऐसी साइट को हमेशा नए ब्राउजर टैब में टाइप करके खोलें और डोमेन को ध्यान से जांचें, ताकि किसी जाल में न फंसे।