
भारतीय सेना में शामिल की जा रही 'रुद्र' और 'भैरव' ब्रिगेड क्या हैं? ये कितनी घातक?
क्या है खबर?
कारगिल विजय दिवस के मौके पर भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कारगिल के द्रास में एक कार्यक्रम को संबोधित किया। वहां उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर', भारतीय सेना के आधुनिकीकरण और भविष्य की तैयारियों समेत कई मुद्दों पर अहम जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आधुनिकीकरण और बदलाव की दिशा में सेना में 'रुद्र' और 'भैरव' नामक ब्रिगेड की भी स्थापना की जा रही हैं। आइए इनके बारे में जानते हैं।
रुद्र
क्या है रुद्र ब्रिगेड?
रुद्र एक ऑल-आर्म्ड ब्रिगेड होगी। दरअसल, अब तक सेना के पास केवल हथियारों से जुड़ी ब्रिगेड हुआ करती थी, लेकिन रुद्र ब्रिगेड में हथियारों का मिश्रण होगा। जनरल द्विवेदी के मुताबिक, इसमें पैदल सेना, बख्तरबंद गाड़ियों वाले सैनिक, तोपखाने, विशेष प्रशिक्षण पाए सैनिक और ड्रोन जैसी मानव रहित हवाई प्रणालियां समेत कई लड़ाकू घटक शामिल होंगे। इस ब्रिगेड को खासतौर पर तैयार किए गए रसद और सैन्य समर्थन भी मिैलेगा, जिससे ये और ताकतवर होगी।
भैरव
क्या है भैरव ब्रिगेड?
भैरव ब्रिगेड चुस्त और घातक ब्रिगेड होगी, जो विशेष बलों की तरह काम करेंगी। ये पहाड़ों और जंगलों में आसानी से ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए हल्के और छोटे लेकिन घातक हथियारों से लैस होगी। इनका काम अचानक हमला कर दुश्मनों की सप्लाय या ठिकानों को नष्ट करना है। जनरल द्विवेदी ने कहा, "सीमा पर दुश्मन को करारा झटका देने के लिए चुस्त और घातक विशेष बल इकाइयां 'भैरव' लाइट कमांडो बटालियन स्थापित की गई हैं।"
तकनीक
तकनीक के मोर्चे पर भी आधुनिक हो रही सेना
जनरल द्विवेदी ने बताया कि सेना को तकनीक के मोर्चे पर भी आधुनिक बनाया जा रहा है। अब हर पैदल सेना बटालियन में ड्रोन प्लाटून शामिल किए जाएंगे, जो पल-पल की जानकारी देंगे। लंबी दूरी पर सटीक हमले के लिए 'दिव्यास्त्र बैटरियों' को तैनात किया जाएगा। लॉयटर म्यूनिशन भी तैनात किए जाएंगे, जो लक्ष्य के ऊपर मंडराकर उससे जा टकराते हैं। सेना को स्वदेशी वायु रक्षा प्रणालियों से भी लैस किया जा रहा है।
बयान
जनरल द्विवेदी ने कहा- आतंकवाद को सहारा देने वाले बचेंगे नहीं
सेना प्रमुख ने पाकिस्तान को साफ संदेश देते हुए कहा कि आतंकवाद को पनाह देने वाले अब बच नहीं पाएंगे। उन्होंने कहा, "भारत की 7 मई की कार्रवाई महज एक प्रतिक्रिया नहीं थी, बल्कि पाकिस्तान के लिए एक संदेश था, जिसके आतंकवादियों ने पहलगाम में आतंकी हमला किया था। इस बार भारत ने सिर्फ शोक नहीं मनाया, उसने निर्णायक जवाब देने का संकल्प लिया। यह एक स्पष्ट संदेश था- आतंकवाद को पनाह देने वाले अब बच नहीं पाएंगे।"
ऑपरेशन
जनरल द्विवेदी बोले- आगे भी दिया जाएगा मुंहतोड़ जवाब
जनरल द्विवेदी ने कहा, "भारत ने 7 से 9 मई तक पाकिस्तान की सैन्य कार्रवाइयों का जवाब नियत और सटीक जवाबी कार्रवाई से दिया। हमारी सेना की वायु रक्षा अभेद्य दीवार की तरह खड़ी रही, जिसे कोई भी ड्रोन या मिसाइल भेद नहीं सकती थी। भारत की संप्रभुता, अखंडता या लोगों को नुकसान पहुंचाने की योजना बनाने वाली किसी भी ताकत को करारा जवाब दिया गया है और आगे भी दिया जाता रहेगा।"