एंड्रॉयड 15 में शामिल हैं ये सुरक्षा फीचर्स, जानें इनकी खासियत
गूगल ने हाल ही में एंड्रॉयड यूजर्स के लिए एंड्रॉयड 15 का दूसरा पब्लिक बीटा लॉन्च किया है, जिसमें यूजर्स की सुरक्षा और गोपनीयता को बेहतर बनाने के लिए कई खास फीचर्स दिए गए हैं। कंपनी ने इसमें प्राइवेट स्पेस, थेफ्ट प्रोटक्शन और फ्रॉड ऐप्स के खिलाफ रियल टाइम प्रोटेक्शन फीचर दिया गया है। इसके साथ ही कंपनी इसमें एक स्पैम कॉलर फीचर भी दे रही है, जो स्पैम कॉल के बारे में तुरंत पता लगा सकेगा।
क्या है प्राइवेट स्पेस और थेफ्ट प्रोटक्शन?
प्राइवेट स्पेस फीचर की मदद से यूजर्स उन ऐप्स को छिपा सकता है, जिन्हें आप नहीं चाहते कि दूसरे लोग ऐप ड्रॉअर में बायोमेट्रिक या पिन-संरक्षित कंटेनर में देखें। थेफ्ट डिटेक्शन फीचर ऐसे समय में उपयोगी होगा, जब आपका फोन चोरी हो जाए या कहीं खो जाए। यूजर्स ऐसी स्थिति में डिवाइस के डाटा को डिलीट कर सकेंगे। यूजर से कोई जब फोन छीनने की कोशिश करता है, तब यह फीचर AI का उपयोग कर डिवाइस को लॉक कर देता।
अन्य फीचर की क्या है खासियत?
इसमें स्पैम कॉलर फीचर भी दिया गया है, जिसकी मदद से वजह से जान सकेंगे की कौन सा कॉल जालसाज का है। यह बातचीत के बीच में जालसाजों को पहचानने के लिए AI का उपयोग करता है और ऐसे बातचीत पैटर्न की तलाश में रहेगा, जो आमतौर पर घोटालों से जुड़े होते हैं। फ्रॉड ऐप्स फीचर यूजर्स को ऐसे समय में कलर जारी करेगा, जब वह अपने डिवाइस में किसी ठगी करने वाले ऐप को इंस्टॉल करेंगे।