लॉकडाउन के बीच HD कंटेट का आनंद नहीं ले पाएंगे यूजर्स, जानिये वजह
कोरोना वायरस (COVID-19) का असर अब इंटरनेट पर भी पड़ना शुरू हो गया है। इंटरनेट नेटवर्क पर बढ़ रहे बोझ के बीच डिजिटल कंपनियों ने अस्थायी तौर पर HD और ultra-HD स्ट्रीमिंग सेवाओं को स्थगित करने का फैसला किया है। लॉकडाउन जारी रहने यानी 14 अप्रैल तक यूजर्स 480 पिक्सल में या स्टैंडर्ड डेफिनेशन (SD) कंटेट स्ट्रीम कर पाएंगे। गौरतलब है कि कोरोना वायरस के कारण लोग अपने घरों से काम और मनोरंजन के लिए इंटरनेट इस्तेमाल कर रहे हैं।
लॉकडाउन के कारण बढ़ रही इंटरनेट की खपत
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन जारी है। इससे पहले ही कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने को कह दिया था। वहीं कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों की छुट्टियां कर दी थी। लॉकडाउन के कारण लोग बाहर नहीं निकल पा रहे हैं और मनोरंजन के लिए इंटरनेट पर आश्रित हैं। इस वजह से इंटरनेट की खपत बढ़ रही है और नेटवर्क पर दबाव भी बढ़ रहा है।
उदय शंकर ने बुलाई थी बैठक
स्ट्रीमिंग की क्वालिटी कम करने का फैसला मंगलवार को स्टार एंड डिज्नी के चेयरमैन उदय शंकर द्वारा आयोजित की गई बैठक में लिया गया। इसमें डिजिटल इंडस्ट्री के बड़े प्रतिनिधि शामिल हुए थे। कंपनियों ने देशहित में कदम उठाते हुए सेल्युलर नेटवर्क को मजबूत बनाए रखने के लिए यह फैसला किया है। गौरतलब है कि पिछले दो सप्ताह से नेटवर्क पर 40 प्रतिशत ट्रैफिक बढ़ा है और इसमें लगातार इजाफा जारी है।
टेलीकॉम कंपनियों ने वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म को लिखा था पत्र
नेटवर्क पर बढ़ते दबाव के बीच टेलीकॉम कंपनियों ने अमेजन प्राइम, नेटफ्लिक्स और हॉटस्टार जैसे वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म को पत्र लिखकर उनसे अपनी सर्विस रेशनल करने की मांग की है। COAI ने अपने पत्र में लिखा, 'हम समझते हैं कि मौजूदा हालात में स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म कई कदम उठा सकते हैं। ऐसा एक कदम यह होगा कि ऐसे प्लेटफॉर्म कुछ दिनों के लिए ग्राहकों को हाई डेफिनेशन (HD) स्ट्रीमिंग सर्विस देने की जगह स्टैंडर्ड डेफिनेशन (SD) सर्विस देना शुरू कर दें।'
पिछले साल के मुकाबले तीन गुना बढ़ी खपत
वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म के अलावा कंपनियों द्वारा अपने कर्मचारियों से घर से काम कराने के कारण भी नेटवर्क पर अतिरिक्त भार पड़ रहा है। इसका सीधा असर आंकड़ों में भी दिख रहा है। 18 मार्च को भारत के सबसे बड़े एक्सचेंज में से एक मुंबई इंटरनेट एक्सचेंज पर हर सेकंड 2.45 टेराबाइट का ट्रैफिक था। यह पिछले साल की तुलना में तीन गुना अधिक था। बीते साल 26 मार्च को इस एक्सचेंज पर हर सेकंड 772.50 गीगाबाइट का ट्रैफिक था।
फेसबुक भी कम कर चुकी वीडियो स्ट्रीमिंग क्वालिटी
वहीं अगर वैश्विक स्तर पर बात की जाए तो नेटफ्लिक्स, डिज्नी और फेसबुक ने अपनी स्ट्रीमिंग क्वालिटी को कम कर दिया है ताकि नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर पर पड़ने वाले भार को कम किया जा सके।