कोरोना वायरस: सरकार ने बढ़ाया जांच का दायरा, निमोनिया के सभी मरीजों का होगा टेस्ट
कोरोना वायरस (COVID-19) के बढ़ते मामलों के बीच भारत सरकार अब उन सभी लोगों की जांच करेगी, जिन्हें निमोनिया या उसके लक्षण हैं। अब यह नहीं देखा जाएगा कि निमोनिया से संक्रमित कोई शख्स कोरोना वायरस से संक्रमित देशों से लौटा है या नहीं और वह किसी कोरोना वायरस से संक्रमित शख्स के संपर्क में आया है नहीं। कोरोना वायरस के लिए सीमित संख्या में लोगों की जांच करने के कारण भारत को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा था।
सरकार ने अस्पतालों को भेजी यह एडवायजरी
अस्पतालों को भेजी एडवायजरी में सरकार ने कहा है कि कोरोना वायरस के किसी भी संदिग्ध मरीज को अस्पताल से वापस नहीं भेजा जा सकता और ऐसे किसी भी मरीज को भर्ती करने की जानकारी तुरंत नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC) को देनी होगी। ऐसे ही निमोनिया के सभी मरीजों की जानकारी NCDC को देना जरूरी है ताकि उनकी कोरोना के लिए जांच हो सके। साथ ही अस्पताल अपने परिसरों में सोशल डिस्टैंसिंग सुनिश्चित करेंगे।
अभी तक किन लोगों की होती थी जांच?
अभी से पहले केवल उन्हीं लोगों की कोरोना वायरस की जांच की जाती थी, जो वायरस से संक्रमित देशों से भारत लौटे थे या जो उनके संपर्क में आए थे। इसके अलावा निमोनिया के कुछ मामलों के रैंडम सैंपल लिए जाते थे।
भारत में शुक्रवार को सामने आए 63 मामले
सरकार ने यह फैसला शुक्रवार को लिया, जिस दिन भारत में एक दिन में सबसे ज्यादा 63 मामले सामने आए। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने जानकारी दी कि 20 मार्च शाम 6 बजे तक कोरोना वायरस के लिए 14,514 लोगों के 15,404 सैंपल लिए गए हैं, जिसमें 236 के इससे संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। बता दें इनमें से 23 लोग ठीक हो चुके हैं चार लोगों की मौत हो चुकी है।
भारत में कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री
शुक्रवार को लोकसभा में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि भारत में अभी तक इस बात के संकेत नहीं मिले हैं जो बताते है कि इस वायरस का कम्युनिटी ट्रांसमिशन (सामुदायिक प्रसार) शुरू हो गया है। हालांकि, कई विशेषज्ञ इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते हैं। दूसरी तरफ सरकार ने 50 साल से अधिक उम्र के ऐसे अधिकारियों को 4 अप्रैल तक छुट्टी देने का फैसला किया है, जिन्हें मधुमेह या सांस लेने में तकलीफ जैसी बीमारियां हैं।
कोरोना वायरस टेस्ट किट के लिए जल्दी मिलेगी मंजूरी
कोरोना वायरस टेस्ट किट की सप्लाई बढ़ाने के लिए सरकार ने ऐलान किया है कि वह किट के उत्पादन और निर्यात के आवेदनों पर सात दिनों में फैसला ले लेगी। साथ ही कोरोना वायरस के वैक्सीन और इलाज के लिए दवाएं के रिसर्च और विकास के आवेदन भी प्राथमिकता के आधार पर देखेगी। बता दें कि फिलहाल भारत में रोजाना 6,000 कोरोना वायरस के सैंपल की जांच की क्षमता है, लेकिन रोजाना 1,000 के आसपास सैंपल टेस्ट हो रहे हैं।
क्या है दुनिया का हाल?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, कोरोना वायरस अभी तक दुनिया के 176 देशों में फैल चुका है। इससे 2,34,073 लोग इससे संक्रमित हैं और 10,000 से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं।
इटली में शुक्रवार को 627 लोगों की मौत
इटली में शुक्रवार को कोरोना वायरस के कारण 627 लोगों की मौत हुई। यह दुनियाभर में इस वायरस के कारण एक दिन में हुई मौतों का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसके बाद सरकार ने लॉकडाउन लागू करने के लिए सेना को बुलाया है। देश के उत्तर में स्थित लॉम्बार्डी इलाका इस वायरस से बुरी तरह प्रभावित हैं। यहां अब तक 4,000 से ज्यादा लोग वायरस के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं और 47,000 से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हैं।