NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / टेक्नोलॉजी की खबरें / डीपसीक का AI मॉडल चीन में स्टोर करता है डाटा, गोपनीयता को लेकर उठा सवाल 
    अगली खबर
    डीपसीक का AI मॉडल चीन में स्टोर करता है डाटा, गोपनीयता को लेकर उठा सवाल 
    डीपसीक का AI मॉडल चीन में स्टोर करता डाटा

    डीपसीक का AI मॉडल चीन में स्टोर करता है डाटा, गोपनीयता को लेकर उठा सवाल 

    लेखन बिश्वजीत कुमार
    Jan 28, 2025
    04:02 pm

    क्या है खबर?

    डीपसीक एक चीनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कंपनी है, जिसने कम समय में बहुत लोकप्रियता हासिल कर ली है। इसकी तकनीक और मुफ्त चैटबॉट ऐप ने दुनियाभर में धूम मचा दी है।

    हालांकि, इसके डाटा स्टोरेज को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं। डीपसीक का डीपसीक-R1 AI मॉडल यूजर्स का डाटा चीन में स्टोर करता है, जिससे गोपनीयता और डाटा सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं।

    लोग इस बात से चिंतित हैं कि उनका निजी डाटा कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है।

    काम

    डीपसीक प्लेटफॉर्म कैसे करता है काम? 

    यह प्लेटफॉर्म सवालों के जवाब देने और बातचीत करने के लिए बनाया गया है। इसका मॉडल यूजर्स के बातचीत डाटा, सर्च हिस्ट्री और अन्य जानकारी का उपयोग करता है।

    ऐप iOS, एंड्रॉयड और वेब पर उपलब्ध है, जिससे इसे इस्तेमाल करना आसान हो जाता है। यह AI तकनीक का इस्तेमाल कर जानकारी तेजी से प्रदान करता है।

    हालांकि, यह डिवाइस की जानकारी और अन्य डाटा भी इकट्ठा करता है, जिससे इसे विवादों का सामना करना पड़ रहा है।

    चिंता

    डाटा से जुड़ी चिंताएं 

    डीपसीक यूजर्स की बातचीत, फोन नंबर, IP एड्रेस, डिवाइस इंफॉर्मेशन और ईमेल जैसे निजी डाटा को भी स्टोर करता है।

    इसका अधिकांश डाटा चीन में स्टोर होता है, जहां सख्त साइबर सुरक्षा कानून लागू हैं। इन कानूनों के चलते कंपनियों को सरकार की मदद करनी पड़ सकती है, जिससे डाटा की सुरक्षा पर संदेह है।

    हालांकि, ऐप में चैट हिस्ट्री डिलीट करने का विकल्प है, फिर भी डाटा स्टोर के दायरे और इसके उपयोग पर सवाल उठते हैं।

    विवाद

    वैश्विक प्रभाव और विवाद 

    डीपसीक ने अमेरिकी AI कंपनियों को चुनौती दी है, क्योंकि यह कम खर्च में प्रभावी तकनीक प्रदान करता है। इन सभी चीजों के बावजूद इसके डाटा सुरक्षा और सेंसरशिप को लेकर विवाद हो रहे हैं।

    कई लोग इसे संवेदनशील विषयों को छिपाने और चीनी सरकार का प्रचार बढ़ाने का साधन मानते हैं। इन विवादों के बीच भी इसकी तेजी से बढ़ती लोकप्रियता ने इसे AI क्षेत्र में प्रमुख स्थान पर ला दिया है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    साइबर अपराध
    साइबर सुरक्षा

    ताज़ा खबरें

    इंटर मिलान को हराकर पहली बार चैंपियन्स लीग विजेता बनी पेरिस सेंट-जर्मेन, बनाए ये रिकॉर्ड्स  चैंपियन्स लीग
    इजरायल के साथ युद्धविराम पर सहमत हुआ हमास, बंधकों की रिहाई के बदले रखीं ये शर्तें इजरायल
    मिस वर्ल्ड 2025: टूट गया भारत की जीत का सपना, थाईलैंड की सुचाता चुआंग्सरी बनीं विजेता मिस वर्ल्ड
    राजपाल यादव बाेले- बॉलीवुड में अगर नपोटिज्म होता तो मेरे 200 रिश्तेदार यहीं होते राजपाल यादव

    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस

    xAI ने iOS यूजर्स के लिए पेश किया ग्रोक ऐप एलन मस्क
    AI का उपयोग बढ़ने से वैश्विक बैंक 2 लाख नौकरियों में कर सकते हैं कटौती छंटनी
    व्हाट्सऐप में आएगा नया फीचर, यूजर्स बना सकेंगे खुद का AI चैटबॉट व्हाट्सऐप
    OpenAI ने ChatGPT में जोड़ा नया फीचर, यूजर्स और बेहतर तरीके से कर सकेंगे बातचीत OpenAI

    साइबर अपराध

    वर्धमान ग्रुप के CEO एसपी ओसवाल से हुई 7 करोड़ रुपये की ठगी, 2 लोग गिरफ्तार  पंजाब पुलिस
    साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए सरकार बंद करेगी 2.17 करोड़ मोबाइल कनेक्शन गृह मंत्रालय
    इन तरीकों से लोगों को ठग रहे साइबर जालसाज, जानें कैसे रहें सावधान  साइबर अपराध सेल
    आप भी बन सकते हैं OTP स्कैम का शिकार, जानें कैसे रहें सुरक्षित साइबर सुरक्षा

    साइबर सुरक्षा

    सरकारी विभाग के फर्जी ईमेल से रहें सावधान, हो सकते हैं ठगी के शिकार साइबर अपराध
    मुफ्त जियो रिचार्ज का झांसा दे रहें जालसाज, ठगी से ऐसे रहें सुरक्षित  अनंत अंबानी
    एडोब प्रीमियर प्रो समेत इन ऐप्स पर है साइबर हमले का खतरा, जारी हुआ अलर्ट एडोब
    फेसबुक विज्ञापन से विंडोज यूजर्स से ठगी करना चाहते हैं जालसाज, आप ऐसे रहें सुरक्षित मालवेयर
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025