
इन तरीकों से लोगों को ठग रहे साइबर जालसाज, जानें कैसे रहें सावधान
क्या है खबर?
डिजिटल दौर में धोखाधड़ी करना अपराधियों के लिए काफी आसान काम हो गया है। साइबर अपराध को अंजाम देने के लिए जालसाज आज के समय में हर रोज नए-नए तरीके ढूंढ रहे हैं।
बीते कुछ दिनों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां जालसाजों ने लोगों से ऑफर के नाम पर लाखों रुपये की ठगी की है।
आइए जानते हैं कुछ ऐसे साइबर ठगी के के बारे में जिनका उपयोग कर जालसाज सबसे अधिक लोगों को ठग रहे हैं-
गिफ्ट कार्ड
गिफ्ट कार्ड के नाम पर ठग रहें जालसाज
गिफ्ट कार्ड घोटाला: घोटालेबाज नकली मैसेजों से ई-कॉमर्स ग्राहकों को निशाना बनाते और दावा करते हैं कि उन्होंने गिफ्ट कार्ड जीता है। ये मैसेज SMS, ईमेल या सोशल मीडिया के जरिए भेजे जाते हैं और यूजर्स को दुर्भावनापूर्ण लिंक पर क्लिक करने के लिए कहा जाता है।
टैक्स रिफंड घोटाला: धोखेबाज टैक्स रिफंड के बारे में नकली मैसेज भेजते हैं, अकाउंट विवरण अपडेट करने के लिए कहते हैं। इससे अनधिकृत पहुंच हो सकती है, जिससे अकाउंट खाली हो सकते हैं।
QR कोड
QR कोड से भी चुना लगा रहें जालसाज
QR कोड फिशिंग: घोटालेबाज टेक्स्ट मैसेज, सोशल मीडिया ऐप या ईमेल के जरिए दुर्भावनापूर्ण QR कोड भेजते हैं। स्कैन करने पर ये कोड यूजर्स को नकली वेबसाइटों पर ले जाते हैं, जो व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी चुराते हैं। कुछ मामलों में QR कोड से मालवेयर भी डिवाइस में डाउनलोड हो सकता है।
IRCTC घोटाला: जालसाज IRCTC का नकली ऐप और वेबसाइट बनाकर यूजर्स की वित्तीय जानकारी चुराते हैं, जिससे ठगी की घटनाएं बढ़ रही हैं।
अन्य
ऐसे भी ठगी कर रहें जालसाज
त्यौहार से संबंधित घोटाला: दिवाली, दशहरा, और क्रिसमस के दौरान साइबर अपराधी नकली शॉपिंग वेबसाइट (जैसे shop.com) बनाते हैं, जो असली वेबसाइटों की नकल करती हैं। व्हाट्सऐप, SMS और ईमेल के जरिए वे त्यौहार उपहार के नाम पर दुर्भावनापूर्ण लिंक भेजते हैं, अक्सर छोटे URL का उपयोग करते हैं।
लिंक पर क्लिक करने पर, पीड़ितों से व्यक्तिगत जानकारी मांगी जाती है। घोटालेबाज 'विशेष गिफ्ट' का दावा करने के लिए मैसेज को दोस्तों/ग्रुप में शेयर करने के लिए दबाव डालते हैं।