हिंदी समेत 15 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध होगी कोविन ऐप और वेबसाइट
भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि अगले सप्ताह कोविड-19 वैक्सिनेशन से जुड़ा कोविन (CoWIN) पोर्टल और ऐप कई भाषाओं में उपलब्ध होगी। PTI ने बताया है कि कोविन वेबसाइट और ऐप हिंदी के अलावा 14 भारतीय भाषाओं में ऐक्सेस की जा सकेगी। इसके अलावा 17 और लैब्स को INSACOG नेटवर्क में शामिल करने की घोषणा की गई है। बेहतर नेटवर्क के साथ कोविड-19 वैक्सीन्स के वेरियंट्स को बेहतर ढंग से मॉनीटर किया जा सकेगा।
बढ़ाकर 27 की गई लैबोरेटरीज की संख्या
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से PTI को दिए गए बयान में कोविड-19 से जुड़ी 26वीं हाई-लेवल ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स (GoM) मीटिंग के बाद कई घोषणाएं की गईं। मीटिंग में स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने कहा कि INSACOG नेटवर्क में शामिल लैबोरेटरीज की संख्या 10 से बढ़ाकर 27 की जा रही है। इस बदलाव के बाद बेहतर एनालिसिस के लिए ज्यादा सैंपल्स स्क्रीन किए जा सकेंगे। DRDO की ओर से तैयार की गई 2-डिऑक्सी-D-ग्लूकोज (2-DG) वैक्सीन पर भी चर्चा की गई।
वैक्सिनेशन बढ़ाकर कम किए जाएंगे कोविड-19 के मामले
DRDO ने एंटी-कोविड ड्रग 2-DG को डॉक्टर रेड्डी लैबोरेटरी और INMAS के साथ मिलकर तैयार किया है। इसका डिवेलपमेंट अप्रैल, 2020 में शुरू किया गया था और इसे DCGI से इमरजेंसी-यूज अप्रूवल (EUA) मिल गया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि करीब 26 दिन बाद पहली बार संक्रमण के डेली केस तीन लाख से कम हुए हैं और वैक्सिनेशन संक्रमण की रफ्तार कम करेगा। उन्होंने बताया कि इस ड्रग के साथ मरीज की ऑक्सीजन पर निर्भरता कम हो जाती है।
हिंदी समेत 15 स्थानीय भाषाओं में कोविन
मीटिंग के दौरान घोषणा की गई कि जल्द ही वैक्सिनेशन ड्राइव से जुड़े कोविन प्लेटफॉर्म को हिंदी और 14 अन्य भाषाओं का सपोर्ट दिया जाएगा। हालांकि, अभी यह नहीं बताया गया है कि इन 14 भाषाओं की लिस्ट में कौन-कौन सी भाषाएं शामिल होंगी। कोविन प्लेटफॉर्म सिर्फ अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध है, कहा जा रहा था कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के लिए इसपर वैक्सिनेशन स्लॉट बुक करना आसान नहीं है और उन्हें अपनी भाषा में बेहतर विकल्प मिलना चाहिए।
18 साल से ज्यादा उम्र वालों को वैक्सीन
कोविड-19 वैक्सिनेशन ड्राइव का तीसरा चरण शुरू होने के बाद 18 साल से ज्यादा उम्र वाले नागरिकों को वैक्सीन लगाई जा रही है। आधिकारिक कोविन पोर्टल के अलावा आरोग्य सेतु ऐप की मदद से वैक्सीन लगवाने के लिए स्लॉट बुक करवाया जा सकता है। भारत में अभी कोवैक्सीन और कोविशील्ड वैक्सीन्स लगाई जा रही हैं और हाल ही में रूस से स्पुतनिक-V वैक्सीन्स भी मंगवाई गई हैं। कोविड-19 संक्रमण के मामलों में भी बीते दिनों कमी दर्ज की गई है।