वैक्सीनेशन अभियान: पहले घंटे में 35 लाख लोगों ने कराया कोविन वेबसाइट पर रेजिस्ट्रेशन
देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच 1 मई से वैक्सीनेशन अभियान का तीसरा चरण शुरू होगा। इसमें 18 साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके लिए कोविन वेबसाइट और आरोग्य सेतु ऐप पर पंजीयन की सुविधा बुधवार शाम 4 बजे से शुरू हुई। इसके शुरू होते ही वेबसाइट क्रैश करने की खबरें सामने आई, लेकिन इसे कुछ ही देर में ठीक कर दिया गया। उसके बाद एक घंटे में 35 लाख पंजयीन हो गए।
सरकार ने 19 अप्रैल को की थी घोषणा
देश में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए केंद्र सरकार 19 अप्रैल को 1 मई से देश में वैक्सीनेशन अभियान का तीसरा चरण शुरू करने तथा इसमें 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन लगाने की घोषणा की थी। इस चरण में सरकार ने राज्य सरकारों को सीधे वैक्सीन निर्माताओं से खरीद के अधिकार भी दिए थे। इसके बाद सरकार ने 22 अप्रैल को 28 अप्रैल से तीसरे चरण के लिए पंजीयन शुरू करने की घोषणा की थी।
पंजीयन शुरू होती है लोगों को आई परेशानी
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार शाम 4 बजे जैसे ही कोविन (CoWin) वेबसाइट और आरोग्य सेतु ऐप पर पंजीयन शुरू हुआ तो उस पर एकदम से लोड़ बढ़ गया। जिसके चलते सर्वर ने काम करना बंद कर दिया और एरर दिखाई देने लगा। इसमें लोगों से सबसे अधिक परेशानी OTP प्राप्त करने में हो रही थी। हालांकि, कुछ ही देर में वेबसाइट और ऐप की तकनीकी खामी को दूर कर दिया गया और पंजीयन कार्य को सुचारू कर दिया गया।
सोशल मीडिया पर वायरल हुई वेबसाइट के क्रैश होने की खबर
कोविन वेबसाइट पर OTP नहीं मिलने और एएर दिखाई देने पर लोगों ने सोशल मीडिया पर साइट के क्रैश होने की पोस्ट डालना शुरू कर दिया। हालांकि, बाद में आरोग्य सेतु ऐप ने ट्वीट कर वेबसाइट के सही तरह से काम करने की जानकारी दी।
एक घंटे में 35 लाख लोगों ने कराया पंजीयन- शर्मा
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) आरएस शर्मा ने कहा कि शुरुआत में वेबसाइट और ऐप पर अधिक लोड बढ़ने से थोड़ी परेशानी आई थी, लेकिन बाद में उसे ठीक कर दिया गया। इसके बाद महज एक घंटे में ही 35 लाख लोगों ने पंजीयन करा लिया। उन्होंने बताया कि 18-44 साल के लोगों के वैक्सीनेशन को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। यही कारण था कि वेबसाइट पर लोड बढ़ गया।
पंजीयन कराने वाले कई लोगों को नहीं मिली अस्पतालों की सूची
शर्मा ने कहा कि पंजीयन कराने वाले कई लोगों को वैक्सीन के लिए अस्पताल की सूची नहीं दिखाई दी। इसका कारण था कि राज्यों ने उन्हें अपलोड नहीं किया है। उन्होंने बताया कि वैक्सीन लगवाने का स्लॉट राज्य सरकार और निजी अस्पतालों पर निर्भर करेगा। जब राज्य और निजी अस्पताल वैक्सीन कीमत आदि की जानकारी मुहैया कराऐंगे तब लोगों को स्लॉट मिल जाएगा। कुछ राज्यों में एक मई के बाद ही वैक्सीनेशन अभियान शुरू होगा।
कोविन पर प्रतिदिन किए जा सकते हैं एक करोड़ पंजीयन- शर्मा
शर्मा ने कहा कि पहले के चरणों में कोविन वेबसाइट पर एक दिन में करीब 50 लाख लोगों का पंजीयन किया जाता था। ऐसे में इस बार इसकी क्षमता एक करोड़ पंजीयन की है। ऐसे में यह सर्वर पंजीयन के लिए पूरा लोड लेने में सक्षम है। उन्होंने कहा शुरुआत में थोड़ी परेशानी आई थी, लेकिन उसे ठीक कर दिया गया। इसके बाद उन्होंने 1.5 घंटे में 87 लाख OTP वितरित किए हैं। यह अपने आप में बड़ी संख्या है।