चीन ने तियांगोंग अंतरिक्ष स्टेशन पर भेजे 100 से अधिक पौधों के बीज, जानें प्लान
चीनी अंतरिक्ष अधिकारियों ने बताया है कि शेनझोउ 16 मिशन के तहत अंतरिक्ष में उगाने के लिए 100 से अधिक प्रकार के बीज तियांगोंग अंतरिक्ष स्टेशन पर भेजे गए थे। चीन मानवयुक्त अंतरिक्ष एजेंसी (CMSA) के अनुसार, मई के अंत में तियांगोंग को दिए गए 136 बीज और अन्य पौधे 53 संस्थानों से आए थे। अंतरिक्ष प्रजनन (स्पेस ब्रीडिंग) में जेनेटिक म्यूटेशन करने के लिए बीजों को अंतरिक्ष में कॉस्मिक रेडिएशन और माइक्रोग्रैविटी के संपर्क में लाना शामिल है।
जेनेटिक म्यूटेशन से पौधों में विकसित होगी ये क्षमता
जेनेटिक म्यूटेशन से फसल की पैदावार बढ़ सकती है और पौधे सूखे और बीमारियों के प्रति अधिक प्रतिरोधी बन सकते हैं। अंतरिक्ष में भेजे गए पौधों में 47 फसलों के बीज सहित 12 अनाज फसलों के बीज, 28 नकदी फसल के बीज, 7 खारा और क्षार सहन करने वाले पौधों के साथ जंगली पौधों, घास, फूल और औषधीय पौधों की 76 प्रजातियां शामिल हैं। कृषि और औद्योगिक माइक्रोऑर्गेनिज्म (बैक्टीरिया, वायरस, फंगस आदि) सहित 13 माइक्रोऑर्गेनिज्म भी भेजे गए हैं।
दशकों से अंतरिक्ष में पौधों के प्रजनन में लगा है चीन
अंतरिक्ष में पौधों और फसलों को पैदा करने में चीन दशकों से लगा हुआ है, जिसकी शुरुआत 1980 के दशक से शिजियान अंतरिक्ष यान का उपयोग करके की गई थी। बता दें कि चीन ने 2022 में तियांगोंग का निर्माण पूरा किया था और उसका वर्तमान अंतरिक्ष दल 30 मई को शेनझोउ 16 अंतरिक्ष यान पर सवार होकर पहुंचा था। तियांगोंग की तरह ही प्रयोग अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) पर भी किए जा रहे हैं।
क्या है तियांगोंग?
तियांगोंग चीन का अपना अंतरिक्ष स्टेशन है, जिसका निर्माण पिछले साल पूरा किया गया है। रूस और अमेरिका के बाद चीन तीसरा ऐसा देश है, जिसने अपना खुद का अंतरिक्ष स्टेशन बनाया है। इस स्टेशन में दुनिया की पहली अंतरिक्ष-आधारित कोल्ड एटॉमिक क्लॉक सिस्टम, बाहरी रोबोटिक आर्म सहित कई अत्याधुनिक वैज्ञानिक उपकरण हैं। तियांगोंग को पृथ्वी से 400-450 किलोमीटर के बीच लो-अर्थ ऑर्बिट में बनाया गया है और लगभग 10 वर्षों से अधिक समय तक ग्रह के ऊपर रहेगा।
ISS में भी उगाया गया था टमाटर
मार्च की एक रिपोर्ट के मुताबिक, स्पेस-X के क्रू-5 मिशन के 4 अंतरिक्ष यात्रियों ने भी ISS की अंतरिक्ष प्रयोगशाला में टमाटर उगाया था। ISS पर दो अलग-अलग LED लाइट के प्रकाश के जरिए टमाटर उगाया गया था। इससे पहले भी अंतरिक्ष स्टेशन पर हरी पत्तेदार सब्जियां भी उगाई गई हैं। नासा ने एक ब्लॉग में कहा था कि टमाटर से जुड़ा अध्ययन फसल पैदा करने के तरीके को और बेहतर बनाने में मदद कर सकता है।