गूगल मेसेजेस में मिलेंगे ऑटो OTP डिलीशन और SMS-कैटेगरीज जैसे फीचर्स
गूगल अपनी मेसेजिंग ऐप को लगातार नए फीचर्स देती रहती है और दूसरे मेसेजिंग प्लेटफॉर्म्स जैसा अनुभव देने की कोशिश कर रही है। जल्द गूगल मेसेजेस ऐप में यूजर्स को दो नए फीचर्स मिलंगे और इनसे जुड़ी जानकारी सामने आई है। मेसेजेस देखने के लिए यूजर्स को नया विकल्प ऐप में मिलेगा, जिसके साथ वे दोस्तों, परिवार के लोगों और ऑफीशियल मेसेजेस अलग-अलग कैटेगरीज में देख पाएंगे। साथ ही OTP से जुड़ा नया फीचर भी ऐप का हिस्सा बनेगा।
SMS कैटेगरीज फीचर बनेगा ऐप का हिस्सा
सर्च इंजन कंपनी जल्द SMS कैटेगरीज फीचर देने वाली है, जो मशीन लर्निंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करेगा। इसके साथ अपने आप मेसेजेस कई कैटेगरीज में दिखाए जाएंगे। कैटेगरीज में पर्सनल, ट्रांजैक्शंस, OTPs और दूसरे विकल्प शामिल किए गए हैं। गूगल ने बताया है कि इन कैटेगरीज के साथ मेसेजेस खोजना और पढ़ना पहले के मुकाबले आसान हो जाएगा। मेसेजेस ऐप को अपडेट मिलने के बाद यूजर्स सेटिंग्स से इस फीचर में बदलाव कर पाएंगे।
ब्लॉग पोस्ट में दी अपडेट्स की जानकारी
गूगल ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा, "नए फीचर का मतलब है कि बैंक से किए गए लेनदेन और बिल एकसाथ दिखाए जाएंगे, वहीं बाकी चैट्स आसानी से पर्सनल टैब में दिख जाएंगे।" कंपनी ने बताया कि यह पूरी प्रक्रिया सुरक्षित रूप से यूजर्स के डिवाइस में होगी और वे ऑफलाइन अलग-अलग कैटेगरीज में रखे गए मेसेजेस पढ़ सकेंगे। बता दें, कई स्मार्टफोन कंपनियां एंड्रॉयड के कस्टम-UI में ऐसा विकल्प मेसेजिंग ऐप में देती हैं।
अपने आप डिलीट हो जाएंगे 'वन टाइम पासवर्ड्स'
इनबॉक्स में ढेर सारे फालतू मेसेज इकट्ठे ना हों इसलिए गूगल वन टाइम पासवर्ड्स (OTP) से जुड़ा फीचर भी देने वाली है। यह फीचर अपन आप OTPs डिलीट कर देगा और रिसीव होने के 24 घंटे बाद ऐसे मेसेज डिलीट हो जाएंगे। बता दें, ज्यादातर वन टाइम पासवर्ड्स कुछ मिनट्स तक के लिए ही काम के होते हैं और इसके बाद नया OTP भेजा जाता है। अभी यूजर्स को इस तरह के मेसेज मैन्युअली डिलीट करने पड़ते हैं।
ऐसे कर पाएंगे नए फीचर का इस्तेमाल
OTP डिलीटेशन फीचर इनेबल करने के लिए यूजर्स को स्क्रीन पर दिखने वाले सजेशन प्रॉम्प्ट के नीचे 'कॉन्टिन्यू' बटन पर टैप करना होगा। यही विकल्प यूजर्स को सेटिंग्स मेन्यू में जाने पर भी मिल जाएगा। गूगल ने बताया है कि अगले कुछ सप्ताह में फीचर सभी यूजर्स के लिए रोलआउट किया जाएगा। ये फीचर एंड्रॉयड 8 और इसके बाद वाला एंड्रॉयड वर्जन इस्तेमाल करने वाले यूजर्स को मिलेगा और यूजर्स को केवल ऐप लेटेस्ट वर्जन पर अपडेट करनी होगी।
गूगल मेसेजेस ऐप में एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन
गूगल अपनी मेसेजेस सर्विस के लिए पिछले साल नवंबर में एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन लेकर आई थी। यानी कि दो यूजर्स के बीच आपस में शेयर की गई जानकारी पूरी तरह सुरक्षित रहती है और उसे थर्ड पार्टी ऐक्सेस नहीं कर सकती। एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन (E2EE) के काम करने के लिए दोनों यूजर्स (सेंडर और रिसीवर) के डिवाइस में मेसेजेस ऐप का लेटेस्ट बीटा वर्जन इंस्टॉल होना चाहिए। इसके अलावा चैट ओवर डाटा ऑर वाई-फाई फीचर भी इनेबल होना चाहिए।