महंगा आईफोन खरीदना अब होगा आसान, नेटफ्लिक्स की तरह हर महीने करना होगा भुगतान
एंड्रॉयड स्मार्टफोन इस्तेमाल करने वाले ढेरों यूजर्स ऐसे हैं, जो आईफोन खरीदना तो चाहते हैं, लेकिन कीमत ज्यादा होने के चलते ऐसा नहीं कर पाते। कैलिफोर्निया की टेक कंपनी ऐपल ऐसे ग्राहकों के लिए खास हार्डवेयर सब्सक्रिप्शन सेवा ला सकती है, जिसके साथ वे नेटफ्लिक्स जैसी सब्सक्रिप्शन सेवाओं की तरह हर महीने आईफोन की कीमत का छोटा हिस्सा चुका सकेंगे। आइए जानते हैं, ऐपल का यह हार्डवेयर सब्सक्रिप्शन सिस्टम कैसे काम करेगा।
सब्सक्रिप्शन आधारित होगी नई व्यवस्था
ऐपल अपना मौजूदा यूजरबेस बढ़ाने के लिए ग्राहकों को सब्सक्रिप्शन आधारित विकल्प दे सकती है, जैसा विकल्प अभी ऐपल वन सर्विस या फिर दूसरी ऑनलाइन सेवाओं की मेंबरशिप के लिए मिलता है। कयास लगाए गए हैं कि ऐपल नई व्यवस्था को ऐपल केयर सेवा और इसकी दूसरी बंडल्ड सेवाओं के साथ मिलाकर उतार सकती है। स्मार्टफोन मार्केट में यह तरीका नया नहीं है और रिलायंस जियो अपने बजट जियोफोन के लिए भारत में ऐसा तरीका लाई थी।
ऐपल की आधिकारिक घोषणा का इंतजार
ब्लूमबर्ग के मार्क गर्मन ने ऐपल की योजना से जुड़ी जानकारी शेयर की है और पहले भी सही दावे करते रहे हैं। हालांकि, ऐपल ने इस बारे में कोई संकेत नहीं दिए हैं और कंपनी की ओर से इससे जुड़ी आधिकारिक घोषणा का इंतजार करना होगा। अब तक ऐपल अपने डिवाइसेज को पूरी कीमत पर बेचती रही है और अपग्रेड प्रोग्राम्स के साथ कुछ देशों में यूजर्स पुराने आईफोन मॉडल्स के बदले डिस्काउंट जरूर ले सकते हैं।
ज्यादा ग्राहक खरीद पाएंगे आईफोन्स
गर्मन ने अपनी रिपोर्ट में लिखा, "यह सेवा अपने आप बढ़ने वाली बिक्री की दिशा में ऐपल का बड़ा कदम होगी, जो ग्राहकों को किसी डिजिटल सर्विस के बजाय हार्डवेयर के लिए सब्सक्राइब करने का विकल्प देगी।" उन्होंने बताया कि ऐपल ज्यादा ग्राहकों को नए आईफोन खरीदने के लिए आकर्षित कर पाएगी और ऐसा पुराने आईफोन मॉडल्स को नया सॉफ्टवेयर अपडेट देने के बाद भी होगा। ऐपल अकेली कंपनी है, जिसके डिवाइसेज को छह साल तक OS अपडेट्स मिलते हैं।
कम कीमत वाले आईफोन्स की मांग बढ़ी
साल 2020 में ऐपल कम कीमत पर आईफोन SE लेकर आई थी, जिसके अपग्रेड के तौर पर बीते दिनों आईफोन SE (2022) लॉन्च किया गया है। कंपनी ने पाया कि सस्ता आईफोन खरीदने वाले बड़ी संख्या में हैं और ऐपल की सेवाएं लेने के लिए पुराने हार्डवेयर वाला सस्ता आईफोन खरीद रहे हैं। ऐपल ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों को अपने इकोसिस्टम का हिस्सा बनाना चाहती है, जिससे वे आईफोन ही नहीं, दूसरे ऐपल डिवाइसेज का इस्तेमाल भी शुरू करें।
सब्सक्रिप्शन सेवाओं से भी होती है ऐपल की कमाई
बेशक ऐपल की पहचान बड़ी हार्डवेयर टेक कंपनी के तौर पर हो, लेकिन कंपनी की कमाई का बड़ा हिस्सा डिवाइसेज में मिलने वाले सॉफ्टवेयर से आता है। ऐपल अपने ग्राहकों को हेल्थ से लेकर म्यूजिक और वीडियो स्ट्रीमिंग जैसी सेवाएं देती है और इनके बदले ग्राहक सब्सक्रिप्शन फीस देते हैं। नए मॉडल के साथ जितने भी नए ग्राहकों के पास आईफोन पहुंचेगा, वे ऐपल की ऐप्स का इस्तेमाल शुरू करेंगे और उनके मौजूदा सब्सक्राइबर्स की संख्या भी तेजी से बढ़ेगी।
टॉप-10 में सात आईफोन मॉडल्स
काउंटरपॉइंट के मुताबिक, पिछले साल 10 सबसे ज्यादा बिकने वाले स्मार्टफोन्स में से सात ऐपल के आईफोन मॉडल्स हैं। आईफोन 12 के बाद क्रम से आईफोन 12 प्रो मैक्स, आईफोन 13, आईफोन 12 प्रो और आईफोन 11 ने टॉप-5 में जगह बनाई।