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    आईमैसेज और बिंग को EU गेटकीपर से बचाने में जुटीं ऐपल और माइक्रोसॉफ्ट, जानें मामला
    ऐपल और माइक्रोसॉफ्ट अपने आईमैसेज और बिंग को EU गेटकीपर लिस्ट से बचाने में लगी हैं

    आईमैसेज और बिंग को EU गेटकीपर से बचाने में जुटीं ऐपल और माइक्रोसॉफ्ट, जानें मामला

    लेखन रजनीश
    Sep 05, 2023
    05:52 pm

    क्या है खबर?

    ऐपल और माइक्रोसॉफ्ट अपनी सर्विसेस आईमैसेज और बिंग को यूरोपीय संघ (EU) की गेटकीपर लिस्ट से दूर रखने का प्रयास कर रही हैं।

    दरअसल, EU की नई गेटकीपर लिस्ट इन्हें डिजिटल मार्केट एक्ट (DMA) के तहत नए नियमों के अधीन कर देगी।

    कंपनियों ने यह फैसला तब लिया, जब EU टेक इंडस्ट्री में निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए DMA के जरिए सख्त नियम लागू करने को तैयार है।

    EU 6 सितंबर को गेटकीपर की एक लिस्ट प्रकाशित करेगा।

    कानून

    क्या है DMA और इसका उद्देश्य?

    DMA यूरोपीय संघ के कानूनों के व्यापक सेट का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य टेक दिग्गजों के प्रभाव और उनकी शक्ति पर अंकुश लगाते हुए डिजिटल अर्थव्यवस्था को निष्पक्ष और अधिक प्रतिस्पर्धी बनाना है।

    दिसंबर, 2020 में यूरोपीय आयोग द्वारा प्रस्तावित रेगुलेशन पर सितंबर, 2022 में यूरोपीय संसद और यूरोपीय संघ की परिषद ने हस्ताक्षर किए थे।

    DMA के अनुसार, प्रमुख प्लेटफॉर्मों को उनकी कमाई और यूजर्स संख्या के आधार पर विभिन्न नियमों और प्रतिस्पर्धा दिशा-निर्देशों का पालन करना आवश्यक है।

    टारगेट

    ये हैं गेटकीपर

    कुछ बड़े ऑनलाइन प्लेटफॉर्म डिजिटल बाजारों में गेटकीपर के रूप में काम करते हैं। DMA यूरोपीय संघ के इन्हीं बड़े डिजिटल प्लेटफॉर्मों को टारगेट करता है।

    इन प्लेटफॉर्मों में सर्च इंजन, ऐप स्टोर और मैसेंजर सर्विस शामिल हैं। ऐपल, माइक्रोसॉफ्ट, अमेजन, अल्फाबेट, मेटा, बाइटडांस और सैमसंग जैसी कंपनियां पहले से ही इस लिस्ट में हैं।

    नियमों का पालन न करने पर प्लेटफॉर्मों पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है, जिसमें उनके वैश्विक कारोबार का 10 प्रतिशत तक जुर्माना भी शामिल है।

    माइक्रोसॉफ्ट

    माइक्रोसॉफ्ट ने दिया ये तर्क

    माइक्रोसॉफ्ट अपने विंडोज प्लेटफॉर्म को गेटकीपर के रूप में मानने को तैयार है, लेकिन बिंग को इसमें शामिल किए जाने के पक्ष में नहीं है।

    उसका तर्क है कि गूगल की तुलना में बिंग का सर्च मार्केट छोटा है और उसका मानना है कि प्रतिद्वंदी सर्च इंजनों तक पहुंच प्रदान करने जैसे नियमों को लागू करने से बिंग की बाजार स्थिति कमजोर हो सकती है।

    हालांकि, माइक्रोसॉफ्ट की प्रतिद्वंदी गूगल को गेटकीपर लिस्ट में रखा गया है।

    ऐपल

    ऐपल इस आधार पर चाहती है छूट

    रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी टेक कंपनी ऐपल का तर्क है कि आईमैसेज DMA की 4.5 करोड सक्रिय मासिक यूजर्स की सीमा से नीचे आता है। इस आधार पर ऐपल अन्य मैसेजिंग सेवाओं के साथ इंटरऑपरेट करने की बाध्यता से छूट चाहती है।

    ऐपल ने आधिकारिक तौर आईमैसेज की यूजर्स संख्या का खुलासा नहीं किया है, लेकिन विश्लेषकों का अनुमान है कि वैश्विक स्तर पर इसके लगभग 1 अरब से अधिक यूजर्स हैं।

    प्लस

    न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)

    DMA के जरिए उन कंपनियों और स्टार्टअप को भी बढ़ने का मौका मिलेगा, जो इन बड़ी टेक कंपनियों की प्रतिस्पार्धारोधी गतिविधियों की वजह से आगे नहीं बढ़ पातीं।

    इससे उपभोक्ताओं के पास विभिन्न सर्विस के लिए अधिक विकल्प होंगे। कंपनियों के बीच मिलती-जुलती सर्विस के लिए ग्राहकों से ली जाने वाली कीमत में मुकाबला होगा, जिससे ग्राहकों को फायदा होगा।

    सभी गेटकीपर को 6 महीने के भीतर या मार्च 2024 तक DMA के दिशानिर्देशों का पालन करना होगा।

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