एलन मस्क ने माइक्रोसॉफ्ट पर मुकदमा करने की धमकी दी, जानें मामला
एलन मस्क ने टेक जगत की दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के खिलाफ मुकदमा करने की धमकी दी है। माइक्रोसॉफ्ट ने ट्विटर को अपने विज्ञापन प्लेटफॉर्म से हटा दिया है। इसके बाद मस्क ने मुकदमा करने की बात कही। मस्क की तरफ से माइक्रोसॉफ्ट पर आरोप लगाया गया है कि उसने ट्विटर डाटा का अवैध रुप से उपयोग कर अपने AI को प्रशिक्षित किया है। हालांकि, यह नहीं स्पष्ट हुआ कि उन्होंने ChatGPT या किसको ट्रेंड किए जाने की बात कही है।
माइक्रोसॉफ्ट नहीं करेगी ट्विटर को सपोर्ट
मस्क के मुकदमे की बात तब सामने आई जब माइक्रोसॉफ्ट ने घोषणा कर दी कि वह ट्विटर को अपने विज्ञापन प्लेटफॉर्म से हटा देगी क्योंकि वे माइक्रोब्लॉगिंग साइट यानी ट्विटर की API फीस का भुगतान करने से इनकार कर रहे हैं। कंपनी ने माइक्रोसॉफ्ट के विज्ञापन प्लेटफॉर्म के सपोर्ट पेज के टॉप पर एक मैसेज में कहा कि वह अब 25 अप्रैल, 2023 से ट्विटर को सपोर्ट नहीं करेगी।
कंपनियां ट्वीट्स को मैनेज करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगी
25 अप्रैल, 2023 से मल्टी-प्लेटफॉर्म वाले स्मार्ट कैंपेन अब ट्विटर को सपोर्ट नहीं करेंगे। 25 अप्रैल से माइक्रोसॉफ्ट के सोशल मैनेजमेंट टूल के जरिए ट्विटर अकाउंट को एक्सेस करने, ट्वीट्स या ड्राफ्ट्स को क्रिएट या मैनेज करने, पुराने ट्वीट्स और उनका एंगेजमेंट देखने ट्वीट शेड्यूल करने आदि की सुविधा खत्म हो जाएगी। मतलब अब कंपनियां अपने ट्वीट्स या एंगेजमेंट को माइक्रोसॉफ्ट के प्लेटफॉर्म के जरिए मैनेज नहीं कर सकती हैं। ये तब बेहतर समझ आएगा जब API को समझ जाएंगे।
क्या है API?
API को 'एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस' कहते हैं। इसके जरिए विभिन्न सॉफ्टवेयर ऐप के बीच डाटा को औपचारिक तरीके से पास किया जाता है। अनेक सर्विसेज पब्ल्कि APIs भी प्रदान करती हैं। इसके जरिए कोई भी सर्विस से कंटेंट भेजने और प्राप्त करने का काम कर सकते हैं। http:// URLs की मदद से इंटरनेट पर काम करने वाले APIs को वेब APIs कहा जाता है। वेब पर सूचना पाने और पोस्ट करने के लिए यूजर्स API को ही रिक्ववेस्ट भेजते हैं।
API को समझने का आसान उदाहरण
API को एक उदाहरण से समझिए कि ट्रेन के जुड़ी सही और आधिकारिक जानकारी रेलवे के पास होती है, लेकिन कई प्ले स्टोर पर मौजूद कई अन्य ऐप भी ट्रेन के आने-जाने, लोकेशन, देरी आदि की सटीक जानकारी देते हैं। ये थर्ड पार्टी API के जरिए ही रेलवे के आधिकारिक सिस्टम से जानकारी प्राप्त करते हैं। इसी तरह बिना खुद का बैंक होते हुए फोनपे, गूगल पे आदि आपके खातों से पैसा क्रेडिट और डेबिट करने में सक्षम होते हैं।